शाहजहांपुर
में सहेली की बहन ने दलित किशोरी को षड्यंत्र में फसाकर मित्रता के बहाने प्रेमी मोहम्मद
तनवीर और दोस्त मोहम्मद दिलबाग से परिचय कराया। इसके बाद दबाव बनाकर दोनों आरोपित 3
महीने तक किशोरी से दुष्कर्म करते रहे है। इसके साथ ही किशोरी को धमकी देते हुए
कहा अगर किसी को बताया तो स्वजन की हत्या करवा देगें।
उसके
बाद पिता ने मंगलवार को निशा, मोहम्मद तनवीर और मोहम्मद दिलबाग के विरुद्ध
सामूहिक दुष्कर्म, पाक्सो
एक्ट, षड्यंत्र
रचने, धमकाने
और एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज करवाई है। आरोप लगाया कि किशोरी (कक्षा
11) की
सहपाठी मुस्लिम किशोरी से दोस्ती थी। इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था।
उससे
सहेली की बहन निशा भी बातचीत करती थी। इसी दौरान निशा ने कपड़े बदलते समय छात्रा
के फोटो खींच लिए थे। इसी के सहारे किशोरी को ब्लैकमेल कर तीन महीने पहले अपने प्रेमी
तनवीर से फोन पर बात कराई। जिसके कुछ दिन बाद दिलबाग से भी मिलवाया था। एक दिन बहाने
से तनवीर ने छात्रा को अकेले बुलाकर दुष्कर्म किया। इसका फायदा उठाकर निशा के
इशारे पर दिलबाग ने दुष्कर्म किया।
इसके
बाद दोनों ने धमकाते हुए कहा कि किसी को बताया तो स्वजन की हत्या करवा देगें। जिससे
आरोपितों के चंगुल में फंसी छात्रा विरोध नहीं कर सकी। रविवार दोपहर को किशोरी
निशा के बुलाने पर घर से गई थी। जब देर शाम तक किशोरी वापस घर नहीं लौटी, तो निशा
से पूछा तो उसने सही जवाब नहीं दिया।
जिसके बाद पीड़ित पिता ने पुलिस को सूचना दी
थी। जिसके बाद सोमवार रात पुलिस को बेटी सड़क पर बेसुध हालत में मिली है। जहां वह
बोलने की स्थिति में नहीं थी। जिसके बाद घर पहुंचने पर किशोरी फफक पड़ी और पूरी
घटना परिजनों को बताई। पुलिस ने बताया किनिशा का परिवार
सब्जी बेचकर गुजारा करता है। अभी सभी आरोपी फरार हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के
बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।