वाराणसी
में पर्यटक टेंट सिटी में रुकने के साथ ही एयर बैलून में बैठकर काशी को निहार
सकेंगे। इसका बेस डोमरी में बनाया जाना है। गंगा के पार रेती पर नवंबर से बैलून
उड़ान भरेंगे। जिसका खाका पर्यटन विभाग ने तैयार कर लिया है। डोमरी बेस से रोजाना 12
बैलून 100 से अधिक बार उड़ान
भरेंगे। इसकी नियंत्रित उड़ान जमीन से करीब 400 से 500 फीट ऊंची रहेगी। खुली उड़ान में एयर बैलून
करीब 700 से 800
फीट की ऊंचाई जाएंगे।
एक
बैलून में 20 से 25
लोग बैठ सकेंगे।
बैलून की उड़ान के लिए 12 किलोमीटर की परिधि में स्थान चिह्नित किया गया
है। काशी टेंट सिटी को सीधे डोमरी बेस से जोड़ा जाएगा। ताकि, टेंट सिटी में रुकने
वाले पर्यटक वाहन में सवार होकर सीधे फ्लाइंग एरिया में पहुंच सकें। सुबह छह से आठ
बजे तक बैलून की खुली उड़ानें होगी। इसमें शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक थ्रेशर्ड
उड़ान कराई जाएगी। जिसमें बैलून का निचला हिस्सा रस्सी से बंधा होगा।
उत्तर प्रदेश निदेशक पर्यटन आरके रावत के अनुसार एयर बैलून का संचालन सुबह छह बजे से रात
आठ बजे तक होगा। जिसका
बेस डोमरी में बनाया जा रहा है। इसके टिकट ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम से बुक किए जा सकेंगे। जिसकी
45 मिनट की उड़ान के लिए 500 रुपये का भुगतान करना होगा। बैलून की उड़ान और
सुरक्षित लैंडिंग के लिए क्रू मेंबर तैनात रहेंगे। जबकि 13 देसी विदेशी
प्रशिक्षित पायलट एयर बैलूनों को उड़ाएंगे।