18 साल से काट रहे थे उम्र कैद की सजा
प्रयागराज- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रामनगरी अयोध्या बम धमाके और आतंकी हमले के आरोपियों के साथ षडयंत्रकर्ताओं को सशर्त जमानत दे दी है। कोर्ट ने शकील अहमद, मोहम्मद नसीम, आसिफ इकबाल उर्फ फारूक और डॉ. इरफान की सशर्त जमानत अर्जी मंजूर की है।
जस्टिस अश्वनी कुमार मिश्र और जस्टिस एस. ए. एच. रिजवी की खंडपीठ ने अयोध्या बम धमाके मामले के अपराधियों को जमानत का आदेश दिया है। बता दें कि हाईकोर्ट ने रामनगरी अयोध्या बम धमाका और आतंकी हमले के साजिश में शामिल अपराधियों की सशर्त जमानत मंजूर की है। हाईकोर्ट ने सजा के खिलाफ अपील को 4 दिसम्बर को सुनवाई के लिए पेश करने का निर्देश दिया है।
अपील के अनुसार ट्रायल कोर्ट के फैसले के बाद याची 18 साल से उम्र कैद की सजा काट रहे हैं। वहीं जुलाई 2005 में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में ही पांच आतंकी हमलावरों को मौके पर मार गिराया गया था। इस बम धमाके में एक आम नागरिक की भी मौत हो गई थी। कोर्ट ने जमानत मंजूर करते हुए कहा कि अपील की सुनवाई शीघ्र होने की उम्मीद नहीं है।
अदालत ने सशर्त जमानत देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश हुए एक साल बीत गए है। सभी याचियों को अपने थाने में हर हफ्ते रिपोर्ट करना होगा। अदालत ने कहा कि याची पासपोर्ट समर्पण कर देंगे और देश नहीं छोड़ेंगे। जमानत का जुर्माना 6 हफ्ते के भीतर जमा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि 2005 के रामनगरी अयोध्या में आतंकी हमले के अभियोग में साल 2019 में इलाहाबाद की एक विशेष अदालत ने पांच में से चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। विशेष न्यायाधीश दिनेश चंद्र ने हर एक दोषी पर 2.4 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। फिलहाल ये सभी अपराधी नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। इन पांचों आरोपियों को साजिश रचने और आतंकी संदिग्धों को रसद और सामग्री सहायता देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 5 जुलाई 2005 को हुए आतंकवादी हमले में एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई थी और सात अर्धसैनिक कर्मी घायल हो गए थे। इस दौरान जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पांचों संदिग्ध जैश आतंकवादियों को भी मार गिराया था।