उत्तर प्रदेश के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहरों को पुनर्विकसित करने के लिए योगी सरकार लगातार नए सफल प्रयोग कर रही है। प्रदेश में स्थानीय लोगों को रोजगार के नवीन अवसर मिले इसके लिए प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल विकसित करेगी। सूबे के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को बताया कि योजना को लेकर पर्यटन विभाग में अब तक 68 प्रस्ताव आ चुके हैं। पहली योजना स्वीकृत हो गई है। लखनऊ के अलीगंज स्थित हनुमान जी के मंदिर का मुख्य द्वार बनाया जाएगा। इसमें 191 लाख रुपये खर्च होंगे। इस योजना के अलावा अन्य पर कार्रवाई चल रही है।
अलीगंज में स्थित हनुमान मंदिर आस्था का केंद्
यूपी के पर्यटन मंत्री ने जानकारी दी कि लखनऊ के अलीगंज में स्थित हनुमान मंदिर आस्था का केंद्र है। दर्शन-पूजन के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां पर्यटकों का भी आना-जाना रहता है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की ओर से मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत मुख्यद्वार बनाने के लिए प्रस्ताव आया था। इसे स्वीकृति मिल गई है। इसमें कुल 191.51 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 प्रतिशत मंदिर ट्रस्ट की ओर से खर्च किया जाएगा।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत यह जरूरी नहीं प्रस्ताव केवल जनप्रतिनिधि ही देंगे। इसके तहत सक्षम व्यक्ति अथवा संस्था व संगठन भी प्रस्तावक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पूरे कार्य पर खर्च होने वाली राशि का 50 प्रतिशत सरकार और 50 प्रतिशत व्यक्ति या संस्था देगी। इसी तरह जनप्रतिनिधि की ओर से भी जो प्रस्ताव आएंगे उसमें भी सरकार 50 प्रतिशत राशि देगी और 50 प्रतिशत जनप्रतिनिधि को देने होंगे।
सूबे के पर्यटन मंत्री ने जानकारी दी कि इस योजना का उद्देश्य प्रत्येक विधानसभा में सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन या अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर उसे उच्चस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इसके जरिये पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना, साथ ही पर्यटन सेवा प्रदाताओं को आकर्षित करना है।