गोरखपुर के तिवारीपुर अंधियारी बाग स्थित घर से लापता सात साल की बच्ची की लाश शुक्रवार सुबह नाले में मिली है। उससे पहले ही परिवारवालों की तहरीर पर पुलिस बृहस्पतिवार की रात को अपहरण का केस दर्ज कर जांच में जुटी थी। इस बीच शुक्रवार की सुबह सफाईकर्मी ने नाले में बच्ची के शव को पड़ा देखा। बच्ची के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है।
बस्ती के रहने वाले संतोष कुमार तिवारीपुर इलाके के अंधियारी बाग में आठ साल से किराए के घर में परिवार संग रहते हैं। उनके परिवार में पति-पत्नी के अलावा दो बेटियां और दो बेटे थे। उनकी दूसरे नंबर की बेटी काव्या (7) सूर्य विहार स्थित एक प्राइवेट स्कूल में एलकेजी में पढ़ती थी।संतोष ने बताया कि बृहस्पतिवार को परिवार के सभी लोग घर में थे। इस बीच रात करीब आठ बजे काव्या अचानक घर से खेलते हुए बाहर निकल गई। जब कुछ देर बीत जाने के बाद वह घर में नहीं दिखी तो परिवार के लोग तलाश करने लगे।
हर तरफ पता करने के बाद भी कोई सुराग नहीं लगा, तो रात 11 बजे पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो बच्ची अकेले जाते नजर आई। अभी पुलिस जांच में ही जुटी थी कि शुक्रवार की सुबह नगर निगम का सफाईकर्मी सफाई करने पहुंचा। तो संतोष के घर से कुछ दूरी पर एक मकान के सामने नाले में बच्ची की लाश देखकर सफाईकर्मी ने सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस के सामने पिता संतोष ने शव की पहचान काव्या के रूप में की है।
पिता संतोष कुमार मद्धेशिया ने कहा कि दो-ढाई फिट गहरे नाले में बच्ची डूबकर नहीं मर सकती। नाले में करीब डेढ़ फिट से अधिक मिट्टी है। बच्ची की हत्या की गई है।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शव पर कहीं चोट के निशान नहीं मिले हैं। बच्ची के फेफड़े में पानी भर से मौत की पुष्टि हुई है।