बजरंग दल की अवध प्रान्त की शौर्य जागरण यात्रा का शुभारम्भ 30 सितम्बर को अयोध्या धाम के कटरा कुटी से होगा। इस अवसर पर अयोजित जनसभा को विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय संबोधित करेंगे। यह जानकारी विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष कन्हैया लाल नगीना ने शनिवार को श्रीराम भवन स्थित विहिप के प्रान्तीय कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
कन्हैया लाल नगीना ने बताया कि हिन्दू युवाओं के जागरण के लिए शौर्य जागरण यात्रा अवध प्रान्त के सभी जिलों में जाएगी। यात्रा जिस जिले में पहुंचेगी वहां पर बड़ी जनसभा भी होगी। उन्होंने बताया कि शौर्य जागरण यात्रा अयोध्या के बाद गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच और लखीमपुर खीरी होते हुए 4 अक्टूबर को सीतापुर पहुंचेगी। इसके बाद यात्रा हरदोई, उन्नाव, रायबरेली होते हुए 8 अक्टूबर को लखनऊ पहुंचेगी। लखनऊ में आशियाना और कुड़ियाघाट पर बड़ी जनसभा होगी। इसके बाद बाराबंकी और अयोध्या होते हुए 9 अक्टूबर को यात्रा अम्बेडकरनगर पहुंचेगी। अवध प्रान्त की शौर्य जागरण यात्रा 10 अक्टूबर को सुबह अम्बेडकरनगर से काशी के लिए प्रस्थान करेगी। शौर्य जागरण यात्रा का समापन 10 अक्टूबर को काशी में बड़ी जनसभा के बाद होगा।
विहिप के प्रान्त संगठन मंत्री राजेश ने बताया कि शौर्य जागरण यात्रा के दौरान होने वाली जनसभाओं को विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय, विहिप के केन्द्रीय मंत्रियों में राजेन्द्र सिंह पंकज, हरिशंकर, गोपाल और क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह संबोधित करेंगे। विहिप के प्रान्त संगठन मंत्री ने बताया कि अयोध्या में भव्य दिव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी से 26 जनवरी के मध्य होगी। इसके लिए पूरे देश में 1 से 15 जनवरी के बीच आमंत्रण भेजा जायेगा। इस दौरान पूरे देश में मंदिरों को केन्द्र मानकर हिन्दू समाज अपने उत्साह का परिचय देगा। प्रान्त संगठन मंत्री राजेश ने बताया कि जब-जब आसुरी शक्तियां प्रबल होती हैं, उन्हें पराभूत करने के लिए दैवी शक्तियां आती हैं। लव जिहाद, लैन्ड जिहाद, हिन्दू पलायन और हिन्दू यात्राओं पर हो रहे आक्रमण को रोकने और हिन्दुओं में शौर्य के जागरण के लिए यात्रा निकाली जा रही है। विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त मंत्री देवेन्द्र मिश्र ने बताया कि शौर्य जागरण यात्रा का उद्देश्य हिन्दू युवाओं में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव का बोध कराना है। अमर बलिदानियों व क्रांतिकारियों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर देश के लिए जीवन जीने हेतु हिन्दू युवा संकल्पित हो। हिन्दू धर्म और संस्कृति के प्रति श्रद्धा जाग्रत हो, उसके वैज्ञानिक महत्व को हम सभी जानें और समझें।