पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ की बढ़ती संख्या इंसानों के लिए परेशानी बन गई है। वहीं पर्यटन को भी अलग पहचान दिलाए है। जंगल मार्ग पर अक्सर बाघ घूमते दिखाई देते हैं। खटीमा मार्ग पर सर्वाधिक बाघ देखे जाते शुक्रवार शाम जंगल मार्ग से गुजर रहे कार सवारों के सामने अचानक बाघ आ गया। चंद मिनटों में बाघ अंगड़ाई लेते हुए फिर जंगल की ओर निकल गया।
इस दौरान कार सवारों ने मोबाइल से बाघ की फोटों खींची है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 75 बाघ हैं। इससे जंगल और उसके बाहर बाघों की सक्रियता बढ़ गई है। पर्यटन सत्र के दौरान बाघों का अधिक दीदार होने से सैलानियों की संख्या भी बढ़ जाती है। हालांकि 15 जून से पर्यटन बंद चल रहा है, लेकिन जंगल मार्गों पर बाघों की मौजूदगी दिखाई दे रही है।
इसमें माधोटांडा खटीमा मार्ग पर महोफ और उत्तराखंड के सुरई रेंज के जंगल क्षेत्र में बाघ अधिक देखे जा रहे हैं। पूर्व में कई बार बाइक सवार राहगीरों पर बाघ हमलावर भी होते रहे हैं। शुक्रवार शाम जंगल मार्ग से गुजर रहे कार सवारों के सामने अचानक जंगल से निकलकर बाघ आ गया। इससे कार के पहिए थम गए।
बाघ मार्ग कुछ देर मार्ग पर रुकने के बाद फिर जंगल की ओर चला गया। राहगीरों ने कार के अंदर से बाघ की तस्वीर भी कैद की। रेंजर बजीर हसन का बताया कि बाघों की मौजूदगी के चलते जंगल क्षेत्र में संकेत भी लगाए गए हैं। राहगीरों को नियंत्रित स्पीड में वाहन चलाने को लेकर भी जागरूक किया जाता है।