प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी में 1,115 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित काशी सहित उत्तर प्रदेश के 16 अटल आवासीय विद्यालयों का लोकार्पण किया। सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अटल आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया। इस दौरान बच्चों के अनोखे स्वागत के अंदाज से प्रधानमंत्री मोदी गदगद दिखे। प्रधानमंत्री ने अटल आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सदियों से शिक्षा का केंद्र रहा है। देश दुनिया के कोने-कोने से आकर यहां लोग पढ़ाई करते हैं। आज भी कितने ही लोग यहां ज्ञान लेने आते हैं। आज इसी भावना को केंद्र में रखकर अटल आवासीय विद्यालयों का लोकार्पण किया है। इस पर करीब 1100 करोड़ खर्च किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 में जब यहां आया था तो विकसित काशी का जो सपना देखा था वो अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है। वाराणसी के लोगों के प्रयास से यह सब कुछ हुआ है। प्रधानमंत्री ने काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का जिक्र कर कहा कि इस महोत्सव से पता चला कि मेरी काशी और आसपास के जिलों में कितनी प्रतिभा है। दिल्ली में तमाम व्यस्तता के बीच भी काशी सांसद सांस्कृति महोत्सव को देखा। इसमें व्यापक रूप से लोगों ने हिस्सा लिया। रात में देर से पहुंचता था, तब भी वीडियो देख लेता था। मुझे गर्व है, इसके जरिए मुझे इस क्षेत्र की इतनी सारी प्रतिभाओं से सीधा जुड़ने का अवसर मिल गया है।
उन्होंने कहा कि काशी सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल टूरिस्ट गाइड बहुत बड़ा रोजगार बन रहा है। जो भी टूरिस्ट काशी आ रहा है वह सबकुछ समझना चाहता है। आप गाइड बनकर आइए और लोगों को यहां के बारे में समझाइए और इनाम जीतिए। हमें यह काम इसलिए करना है कि मैं चाहता हूं मेरी काशी का दुनिया में डंका बजे। मैं चाहता हूं कि दुनिया में गाइड की बात हो तो काशी के गाइड का नाम सम्मान से लिया जाए। सभी गाइड अभी से तैयारी करें और बढ़चढ़कर इसमें हिस्सा लें।