प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि रेलवे देश में गरीब और मध्यवर्ग की सबसे बेहतर सहयात्री है। आज का यह यात्री इज ऑफ ट्रैवलिंग और समय की बचत चाहता है जिसमें वंदे भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
जिन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई उनके नाम हैं- उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस; तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस; हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस; विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस; पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस; कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सेप्रेस; राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस; रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस; जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस।
ये नौ ट्रेनें 11 राज्यों- राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। रेल मंत्रालय के अनुसार ये नई वंदे भारत ट्रेनें देश में कनेक्टिविटी में सुधार करने और रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है। ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में 2 से 3 घंटे की बचत करेंगी।
देश के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पुरी एवं मदुरै के महत्वपूर्ण धार्मिक शहरों को जोड़ेगी। इसके अलावा, विजयवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस रेनिगुंटा रूट से संचालित होगी और तिरुपति तीर्थस्थल केंद्र तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।