कानपुर- बाबूपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला को ठगने वाला नाइजीरियन नागरिक जॉन, उत्तर प्रदेश समेत तीन प्रदेशों की कुल 18 महिलाओं को प्रेम जाल में फंसाकर लूट चुका है। यह खुलासा साइबर अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस की जांच में हुआ है। हालांकि गिरोह तक पुलिस अभी नहीं पहुंच सकी है। सहायक पुलिस उपायुक्त अपराध मनीष सोनकर ने बताया कि साइबर अपराध की जांच में यह जानकारी मिली है कि उसने निजी बैंकों में छह खाते खोले, लेकिन बैंकों में लगे सभी दस्तावेज फर्जी निकले, जिसकी वजह से पुलिस साइबर गैंग तक नहीं पहुंच पा रही है।
मनीष सोनकर ने बताया कि अपराध शाखा की साइबर सेल की टीम ने दिल्ली के तिलक नगर शाहपुर निवासी नाइजीरियन नागरिक जॉन व महावीर एन्क्लेव पालम निवासी हरजीत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। नाइजीरियन ने बाबूपुरवा निवासी महिला को शादी का झांसा देकर ठगी की थी। पुलिस ने नाइजीरियन के पास से मिले मोबाइल को खंगाला तो उसमें उप्र, आंध्र प्रदेश और हरियाणा की 18 महिलाओं के नंबर मिले हैं, जिनसे वह व्हाट्सएप कॉल और चैट के जरिए संपर्क में था। उसने बताया कि फर्जी नाम की आईडी बनाकर महिलाओं को प्रेमजाल में फंसाया था।जॉन पहले महिलाओं को प्रेम जाल में फंसाता था और बाद में उन्हें महंगे आईफोन, लैपटॉप, घड़ी, इंगेजमेंट रिंग, ज्वेलरी और विदेशी करेंसी भेजने की बात कहता था और फिर एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग द्वारा पकड़े जाने की बात कहकर अपने साथियों की मदद से रुपये खातों में ट्रांसफर करा लिया करता था। इसके लिए महावीर एन्क्लेव पालम निवासी हरजीत सिंह महिलाओं को खाता नम्बर उपलब्ध करता था। मनीष सोनकर ने बताया कि अब तक की जांच में छह बैंक खातों की जानकारी जुटाई गई है। ये सभी खाते निजी बैंक में खोले गए थे, लेकिन खातों में फर्जी दस्तावेज लगाए जाने की वजह से पुलिस साइबर गिरोह के सदस्यों तक नहीं पहुंच पा रही है। अब पुलिस उन बैंकों से खातों को होल्ड करके पिछले वर्षों में हुए लेनदेन के बारे में जांच करने में जुटी हुई है। जालसाज झांसे में लेने के लिए सिटी बैंक ऑफ इंडिया के नाम से मेल भी भेजते थे।