पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का संपूर्ण जीवन भारत और भारतीयता के लिए समर्पित रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अन्त्योदय के संकल्प को पूरा कर रही है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्ष के दौरान जो भी कार्य हुए हैं, उसके पीछे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय का संकल्प है। हर नौजवान को काम, हर खेत को पानी का संकल्प। अन्त्योदय का विचार हमें उन प्रत्येक कार्यों को करने की नई प्रेरणा प्रदान करता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाएं सरकार के विकास के एजेंडे का हिस्सा बनेंगी। किसान भी सरकार के एजेंडे का हिस्सा बनेंगे। किसान, महिलाओं और युवाओं को आधार बनाकर भाजपा सरकार में योजनाएं बनीं। महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त हो रहा है। किसानों को किसान सम्मान निधि मिल रही है और फसलों को सही मूल्य मिल रहा है। गरीबों को शौचालय की सुविधा और प्रधानमंत्री आवास मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में एक छोटे से गांव में पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म हुआ था। उन्होंने शिक्षा,, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग संस्थानों में अर्जित की। बचपन से ही अपनी धुन के पक्के व कुशाग्र बुद्धि होने के कारण स्कॉलरशिप मिलती गई और उनकी पढ़ाई चलती रही। उनका कहना था कि भारतीय दृष्टिकोण विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के बारे में उनकी धारणा एकदम स्पष्ट थी। वह कहते थे कि आर्थिक उन्नति व प्रगति का पैमाना ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति से नहीं बल्कि अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के साथ हमें आत्मावलोकन करना चाहिए। यही अन्त्योदय की अवधारणा स्वतंत्र भारत में गरीब कल्याण योजनाओं को आगे बढ़ाने का माध्यम बनी। अटल जी की सरकार का भी उद्देश्य गरीबों का उत्थान रहा है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, एमएलसी रामचन्द्र प्रधान, एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल, एमएलसी मुकेश शर्मा, महानगर भाजपा अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, विधायक डाॅ. नीरज बोरा और नीरज सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।