2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में आयुष्मान सभा का आयोजन किया जाएगा। सभा के माध्यम से स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जनता को जागरूक करने का काम होगा। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर ब्लड प्रेशर, शुगर और टीबी की जांच भी की जाएगी। इस संबंध में एनएचएम की एमडी डॉ. पिंकी जोवल और महाप्रबंधक राष्ट्रीय कार्यक्रम डॉ. लक्ष्मण सिंह की ओर से निर्देश भी जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश में इस समय क्षय रोग यानि टीबी के 3,48,022 मरीज हैं। इसमें 13,232 एमडीआर और 3,34,790 नॉन एमडीआर मरीज हैं। क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में 26,943 निक्षय मित्र 2,74,688 मरीजों को गोद लेकर 1,57,946 पोषण पोटली वितरित कर चुके हैं।
दरअसल जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि दो अक्टूबर को हर ग्राम पंचायत में आयुष्मान सभा आयोजित की जाय। इस सभा के दौरान ग्रामीणों को बीमारियों व सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के प्रति जागरूक किया जाए। साथ ही स्वास्थ्य देखभाल संबंधी मिथक को दूर करने के प्रयास किए जाएं। आयुष्मान सभा के बाद आयुष्मान कार्ड वितरण करें। इस मौके पर समस्याग्रस्त मरीजों के रक्तचाप, मधुमेह और क्षय रोगों की भी जांच होगी। ये आयुष्मान सभा ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में होगी और ग्राम प्रधान ही इसमें मुख्य वक्ता होंगे। साथ ही स्वास्थ्य लाभ पा चुकीं गर्भवती व धात्री महिलाएं, किशोर और पुरुष अपने-अपने अनुभव साझा करेंगे। बता दें कि बीते 13 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भवः का उद्घाटन किया था। स्वास्थ्य योजनाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस अभियान के पांच प्रमुख घटक रहे हैं। इसमें सेवा पखवाड़ा, आयुष्मान आपके द्वार 3.0, आयुष्मान मेला, आयुष्मान सभा और आयुष्मान ग्राम/ आयुष्मान नागरीय वार्ड शामिल हैं।