देश में मुसलमानों को हिंदुओं के नाम पर बरगलाने और अपनी पैठ बनाने के लिए हिंसात्मक रुख अपनाया जा रहा है। बीते अगस्त में हरियाणा के गुरुग्राम में कुछ पोस्टरों के लगने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था। कोरे कागज पर लाल रंग से विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नाम से धमकियाँ लिखी गईं। मुसलमान घुसपैठियों को हिन्दू संगठनों के नाम पर 28 अगस्त तक झुग्गियाँ खाली करने का अंतिम मौका दिया गया। इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने अपराधी को पकड़ लिया है। 21 सितंबर को आसिफ नाम के काबड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार का इसका खुलासा किया।
कबाड़ व्यवसाय पर एक छत्र राज चाहता था
बता दें घटना गुरुग्राम के बादशाहपुर थाना क्षेत्र से जुड़ी है। पुलिस ने जानकारी दी कि 26-27 अगस्त की रात लगे पोस्टरों की FIR 28 अगस्त को दर्ज हुई थी। मामले की जाँच क्राइम ब्रांच ने की थी। पुलिस ने धमकी भरे पोस्टरों को लगाने के आरोप में उत्तराखंड के उधमसिंहनगर के गाँव सरकहड निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आसिफ ने बताया कि उसकी कबाड़ की दुकान गुरुग्राम के सेक्टर 69 के पास है। दुकान के पास एक अन्य कबाड़ी की भी दुकान है।
पुलिस ने बताया कि, आसिफ ने जानकारी दी कि वह कबाड़ के काम में आस-पास कोई कम्पटीशन नहीं चाहता था। वह पड़ोस के दुकानदार को भगाना चाहता था। इसी साजिश के तहत उसने पड़ोसी की दुकान के आगे धमकी भरे पोस्टर चिपका दिए थे। आसिफ ने पुलिस के आगे अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसे जेल भी भेज दिया गया है। हालाँकि, केस में अभी जाँच जारी है। गौरतलब है कि 22 सितंबर को गुरुग्राम पुलिस ने आसिफ की गिरफ्तारी की सूचना सार्वजनिक की।