नाना पाटेकर स्टारर ‘द वैक्सीन वॉर’ 28 सितंबर को रिलीज होने वाली है। यह फिल्म कोरोना वायरस के दौरान वैक्सीन पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों की सच्ची कहानी है। इसमें नाना ने कोवैक्सिन की खोज करने वाली टीम के प्रमुख डॉ. बलराम भार्गव की भूमिका निभाई है।
अपने किरदार में नाना पाटेकर को देखकर डॉ. बलराम भार्गव भावुक हो गए।
नाना पाटेकर ने खुलासा किया है कि उनकी बलराम भार्गव से मुलाकात नहीं हुई है। आम तौर पर जब आप कोई भूमिका निभाते हैं, तो आप उसे समझने की कोशिश करते हैं। अगर किसी जीवित व्यक्ति का किरदार निभाना हो, तो हम उनसे मिलते हैं, लेकिन मैंने डॉ. भार्गव से मिलने से इनकार कर दिया। मैंने कहा कि बहुत कम समय है। किसी व्यक्ति से मिलने के बाद, वे कैसे दिखते हैं, कैसे बात करते हैं, कैसे चलते हैं, इसकी नकल करने की कोशिश करेंगे, जिससे भ्रम पैदा हो सकता है। इसलिए मैंने उनसे कहा कि मैं फिल्म पूरी होने के बाद उनसे मिलूंगा।
नाना पाटेकर ने बताया, “कुछ दिन पहले डॉ. बलराम भार्गव और अन्य सभी वैज्ञानिकों के लिए एक फिल्म शो आयोजित किया गया था। इनमें से 70 प्रतिशत महिला वैज्ञानिक हैं। उन्हीं की वजह से आज हम सब बिना मास्क पहने बैठ सकते हैं। फिल्म देखने के बाद डॉ. भार्गव मेरे पास आए और बोले, तुमने मेरा रोल इतना अच्छा कैसे निभाया? क्योंकि आप मुझसे कभी मिले ही नहीं। मैंने कहा कि मैंने वैसा ही किया जैसा मेरे निर्देशक ने मुझसे कहा था। इस पर उन्होंने कहा, हां, लेकिन ये इतना सटीक कैसे हो सकता है। मैंने इसका श्रेय विवेक को दिया और कहा कि यह आसान था, क्योंकि उन्होंने इसे समझाया।”