अयोध्या- इस वर्ष रामनगरी में दीपोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप 24 लाख दीप जलाकर अयोध्या के घाटों को जगमगाया जाएगा। इस तरह अयोध्या के दीपोत्सव को लगातार छठी बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जोड़ने की तैयारी है। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन इस बार के दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारियों में तेजी से जुटा हुआ है।
बुधवार को दोपहर में विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल की अध्यक्षता में जनपद के महाविद्यालय एवं इण्टर कॉलेज के प्राचार्याें के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई। कुलपति ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन के मंशानुरूप 11 नवम्बर को होने वाले दीपोत्सव को भव्य बनाने के साथ विश्व कीर्तिमान स्थापित करना है, जिसके लिए 24 लाख से अधिक दीये प्रज्ज्वलित होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन महाविद्यालयों, इण्टर कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के स्वयंसेवकों की मदद से राम की पैड़ी सहित 47 घाटों पर 24 लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे। घाटों पर दीए प्रज्ज्वलित के लिए 25 हजार स्वयंसेवक लगाये जाएंगे।
कुलपति प्रो. गोयल ने महाविद्यालयों, इण्टर कॉलेज के प्राचार्यों को बताया कि हम पूरे जोश के साथ छठी बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में नाम दर्ज करेंगे। कुलपति ने बताया कि सभी स्वयंसेवकों का नाम 30 सितम्बर तक ऑनलाइल डेटा उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसमें सभी से अनुशासन एवं पारदर्शिता के साथ सहयोग की अपेक्षा है। विश्वविद्यालय दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि इस बार के दीपोत्सव में स्वयंसेवकों का आईडी कार्ड फूलप्रूफ होगा। इसके लिए सभी संस्थाओं से आनलाइन डेटा मांगा गया है। प्राचार्य एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा आनलाइन सत्यापन के उपरांत ही आई.डी. कार्ड निर्गत किए जाएंगे।
नोडल अधिकारी ने बताया कि इस बार के दीपोत्सव में जनपद के 16 इण्टर कॉलेजों को शामिल किया गया है। दीपोत्सव के लिए इनके शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। विश्वविद्यालय को अभी तक 11844 स्वयंसेवकों की सूची प्राप्त हुई है, 30 सितम्बर तक सभी स्वयंसेवकों की सूची ऑनलाइन प्राप्त हो जायेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 21 समितियां बनाई गई हैं। इसके अलावा महाविद्यालय, इण्टर कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के शिक्षकों एवं सदस्यों को घाट समन्वयक का दायित्व दिया जायेगा।
आज की बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश कुमार आर्या, जीआईसी के प्राचार्य बसंत कुमार, साकेत के प्रो. अशोक कुमार मिश्र, डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी, डॉ त्रिलोकी यादव, प्रोग्रामर रवि प्रकाश मालवीय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।