बालाघाट/भोपाल- मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में पुलिस बल और हॉकफोर्स तेज़ी से नक्सली उन्मूलन में लगे हुए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार तड़के पुलिस एक और बड़ी सफलता हाथ लगी। रूपझर थाना अंतर्गत कुंदल-कोद्दापार और सोंगुदा के जंगलों में पुलिस और हॉकफोर्स ने मुठभेड़ में 14 लाख के एक इनामी नक्सली को मार गिराया। उसकी पहचान नक्सली दलम टाडा दडेकसा के सक्रिय सदस्य 25 वर्षीय नक्सली कमलु के रूप में की गई।
फिलहाल कार्रवाई जारी है। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि रूपझर थाना अंतर्गत कुंदल-कोद्दापार और सोंगुदा के जंगलों में एस.डी.जी. बिरसा हॉकफोर्स की जंगल सर्चिंग के दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। इस दौरान नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में हॉकफोर्स की ओर से की गई फायरिंग में नक्सली कमलु को मार गिराया गया। उसकी गिरफ्तारी पर 14 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में अन्य नक्सली भी घायल हुए हैं। घटना के बाद क्षेत्र के जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व 22 अप्रैल को गढ़ी थाना अंतर्गत कदला के जंगल में बालाघाट पुलिस ने 14-14 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली एरिया कमांडर और गार्ड भोरम देव में एरिया कमांडर टांडा दलम और वर्तमान में विस्तार दलम में काम कर रही ए.सी.एम. सुनीता और नक्सली कबिर की गार्ड रही सरिता को मार गिराया था। उनके पास से बंदूकें, कारतूस, बड़ी मात्रा में असलहा बरामद किया गया था।
छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जनपदों में नक्सलियों का वर्चस्व रहा है। जबकि इनके हैंडलर बड़े शहरों में सफेदपोश बनकर सरकार विरोधी गतिविधियां चलाते रहते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे प्रमाण भी मिले हैं जिनके अनुसार इन्हें देश विरोधी गतिविधियांं चलाने के लिए विदेशों से भी सहायता मिलती है। सरकारों द्वारा समय समय पर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर इनसे हथियार डालकर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील भी की जाती रही है।
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