लखनऊ- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (BJP) आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सक्रिय हो गयी है। पार्टी ने विशेष रूप से दलितों के बीच पैठ बनाने के लिए बस्ती बस्ती संपर्क अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।
इस अभियान के तहत भाजपा के कार्यकर्ता दलित बस्तियों में जाकर केन्द्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियां बताने का काम करेंगे। इस अभियान में केन्द्र व प्रदेश सरकार के मंत्रियों के अलावा, स्थानीय सांसद, विधायक व पार्टी के पदाधिकारी अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करेंगे।
इस अभियान की तैयारी के संबंध में शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में एक बड़ी बैठक की जा रही है। इस बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल, माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी, समाज कल्याण मंत्री असीम चौधरी और राज्यमंत्री मुन्नू कोरी समेत कई दलित नेता मौजूद हैं।
इस अभियान में भाजपा का अनुसूचित जाति मोर्चा व अनुसूचित जन जाति मोर्चे के पदाधिकारी विशेष रूप से लगेंगे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बस्तियों में जाकर यह भी जानने का प्रयास करेंगे कि कितने लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिला और कितने लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला। अभी भाजपा के सेवा पखवाड़े के तहत बस्ती संपर्क अभियान की समीक्षा के बाद इस अभियान को बढ़ाया जायेगा।
आपको बता दें कि 2014 की तुलना में हिंदी भाषी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में दलित एवं पिछड़ी जातियों का भारी समर्थन प्राप्त किया था। इसके बाद केंद्र की भाजपा सरकार और भाजपा शासित राज्य दलित और पिछड़ों के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाते रहे हैं। इनमें उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और किसान सम्मान निधि प्रमुख हैं। इसके अलावा कोविड के समय शुरू हुआ निशुल्क अनाज वितरण अभी भी चल रहा है।
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इसलिए भारतीय जनता पार्टी आने वाले लोकसभा चुनावों में दलित एवं पिछड़ों को केंद्र में रखकर राजनीति करना चाहती है, हालांकि दूसरे दलों को भाजपा का ये दांव बिल्कुल रास नहीं आ रहा। आने वाला समय बताएगा कि भाजपा 2024 में वर्ष 2019 वाला जादू बरकरार रख पाती है या नहीं।
BJP will count the achievements of the government