बस्ती में फर्जी पैरामेडिकल काॅलेज के माध्यम से लाखों की ठगी करने वाले प्रबंधक कृष्ण कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया है। अपराध शाखा के निरीक्षक संजय कुमार ने आपराधिक मुकदमे की विवचेना के दौरान आरोपी को अमहट पुल के पास से पकड़ा। आरोपी कृष्ण कुमार चौधरी के पास से फीस रसीद, उत्कर्ष हाॅस्पिटल और पैरामेडिकल काॅलेज की प्रिन्टेड फाइलें, ओडिशा स्टेट बोर्ड ऑफ फार्मेसी व द ग्लोबल यूनिवर्सिटी होलगी ईटानगर अरुणांचल प्रदेश का एग्जाम पेपर, एडमिट कार्ड, कई मार्कशीट और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
ये भी पढ़ें- मथुरा: दो अलग-अलग मुठभेड़ में 4 बदमाश गिरफ्तार, पकड़ा गया 25 हजार का इनामी गोपाल
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह अपने पिता के नाम से नकटीदेई बुजुर्ग रेहरवा थाना कप्तानगंज क्षेत्र में श्री राम पियारे इण्टर काॅलेज चलाता था, जिसकी वर्तमान समय में उसकी पत्नी सुमन चौधरी प्रबंधक है। कोरोना काल में आर्थिक स्थिति बिगड़ने पर उसकी मुलाकात सरदार पटेल सत्यांजलि पैरामेडिकल काॅलेज के संस्थापक सत्यप्रकाश से हुई, जो काफी धन उगाही कर रहा था। उसके सुझाव और सहयोग से आरोपी कृष्ण कुमार ने भी सरदार पटेल पैरामेडिकल काॅलेज कप्तानगंज व उत्कर्ष पैरामेडिकल कॉलेज कप्तानगंज के नाम से अपने इण्टर कॉलेज में पास होने वाले छात्रों को पैरामेडिकल कॉलेज कोर्सों के फायदे गिनाकर एडमिशन लेना शुरू कर दिया।
सत्यप्रकाश की मदद से उसने वी के यादव उर्फ विनोद कुमार यादव से सम्पर्क बनाकर अपने संस्थान को मान्यता प्राप्त करने के लिए 15 लाख रुपए कैश दिया तथा बाद में पैरामेडिकल कोर्स व डी फार्मा की सीट फिक्स करने के लिए दो लाख रुपए उसके खाते में अलग-अलग तिथियों में जमा कराए। वी के यादव के गिरफ्तार होने के बाद ही सारा मामला बिगड़ गया, क्योंकि वी के यादव ही मार्कशीटों को पीसीआई से फर्जी वेरिफिकेशन कराकर सर्टिफिकेट आरोपी के संस्थान को देता था। जिसे बाद में छात्रों को दिया जाता था। फिलहाल इस मामले में आरोपी प्रबंधक कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।