Sikkim Floods: सिक्किम की ल्होनक झील का लगभग 65 फीसदी (165 हेक्टेयर) हिस्सा बादल फटने की वजह से खत्म हो गया है। इस घटना की वजह से झील का पानी तीस्ता नदी में आने से अचानक से बाढ़ आ गई। इस घटना के बाद सिक्किम सरकार ने बताया कि तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से 14 लोगों की मौत हुई है। जबकि 102 लोग लापता हो गए हैं। इसके अलावा 26 लोग घायल भी हुए हैं। भारतीय सेना और बचाव कर्मी लापता हुए लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं।
भारतीय सेना ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
सिक्किम में रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई बाढ़ की स्थिति चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण और बदतर हो गई थी। जिस घटना के अगले दिन अधिकारियों ने बताया मरने वालों की पहचान जाहिर नहीं हो सकी है। इनमें अधिकतर आम नागरिक हैं। उन्होंने आगे बताया कि सुबह लापता हुए सेना के 23 जवानों में से एक को बाद में बचा लिया गया है। सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने कहा देश के विभिन्न हिस्सों से आए 3,000 से अधिक पर्यटकों के राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे होने की सूचना है। इस सबके बीच भारतीय सेना ने सिक्किम में लापता हुए आम लोगों और सैनिकों के परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए है।
उत्तर सिक्किम के लिए – 8750887741
पूर्वी सिक्किम के लिए – 8756991895
लापता सैनिकों के लिए – 7588302011
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इसरो ने जारी की कई बाढ़ की तस्वीरें
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं। जिन्हें देखने के बाद पता चला कि झील का पानी किस तरह से खत्म हो गया और बाकी हिस्सा सूखा रह गया। 17 सितंबर और 28 सितंबर को ली गई तस्वीरों में किसी गोली के आकार वाली झील क्रमश: 162.7 हेक्टेयर और 167.4 हेक्टेयर में फैली हुई थी। बुधवार (4 अक्टूबर) को सुबह 6 बजे ली गई तस्वीर को देखने से मालूम चलता है कि झील का आकार आधे से कम होकर रह गया है। इसने 100 हेक्टेयर से ज्यादा इलाके में फैले पानी को गंवा दिया और महज 60.3 हेक्टेयर इलाके में पानी मौजूद है।