इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को मिला है। जॉन फॉसे को ये पुरस्कार उनके नाटकों और गद्य के लिए दिया गया है। इस वर्ष के साहित्य पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे ने उपन्यासों को एक ऐसी शैली में लिखा है जिसे ‘फॉसे मिनिमलिज्म’ के नाम से जाना जाता है। इसे उनके दूसरे उपन्यास ‘स्टेंग्ड गिटार’ में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
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साहित्य का नोबेल पुरस्कार पाने वाले जॉन फॉसे एक कवि भी हैं। नोबेल सम्मान मिलने के बाद लेखक जॉन फॉसे ने कहा कि “मैं अभिभूत हूं, और कुछ हद तक डरा हुआ हूं। मैं इसे साहित्य के लिए एक पुरस्कार के रूप में देखता हूं, जिसका सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य बिना किसी अन्य विचार के साहित्य होना है।” इस बीच देखा जाए तो 64 वर्षीय फॉसे, जो नॉर्वे के दो आधिकारिक संस्करणों में से सबसे कम आम भाषा में लिखते हैं,, उनका कहना है कि वह इस पुरस्कार को इस भाषा और इसे बढ़ावा देने वाले आंदोलन की मान्यता के रूप में मानते हैं। जॉन फॉसे ने ये भी कहा कि अंततः वह इस भाषा के लिए पुरस्कार के हकदार हैं।
जॉन फॉसे ने अपने 4 दशक के साहित्यिक कार्यकाल में दो दर्जन से अधिक नाटकों के अलावा उपन्यास, निबंध, कविता संग्रह और बच्चों की कई किताबें भी लिखी हैं। उनकी पुस्तकों का प्रकाशन करने वाले एक प्रकाशक का कहना है कि फॉसे के साहित्य के क्षेत्र में किए गए कामों का 40 से अधिक भाषाओं में अनुवाद भी किया गया है, और उनके नाटकों की 1,000 से ज्यादा विभिन्न प्रस्तुतियां भी हुई हैं।
बताते चलें कि साल 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रेंच लेखिका एनी अर्नो को दिया गया था। वे एक फ्रांसीसी लेखक और साहित्य की प्रोफेसर हैं। उनका साहित्यिक कार्य ज्यादातर आत्मकथात्मक और समाजशास्त्र पर आधारित है।