(Sikkim Tragedy) सिक्किम- दक्षिणी सिक्किम में ल्होनाक झील के ऊपर बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आई विनाशकारी बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है। 22 लापता सैनिकों में से 4 के शव मिले हैं जबकि142 लोगों का अभी भी कुछ पता नहीं चल पाया है।
हालांकि सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से शुक्रवार शाम जारी रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या 26 ही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक ये आंकड़ा कल शाम तक का है, खबर लिखे जाने तक 44 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 142 लोग लापता हैं।
बाढ़ की चपेट में आकर कुल 1173 घर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। घटना के तीसरे दिन तक कुल 2413 लोगों को बचाया जा चुका है। मंगन जिला जिले में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है और 15 लोग लापता हैं। जिले में 700 लोगों को बचाया गया है और आठ पुल बह गये हैं।
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जिले में स्थापित विभिन्न शिविरों में 1965 लोग हैं। गंगटोक जिले में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 23 लोग लापता हैं। जिले में 1025 लोगों को बचाया गया है और 1715 लोग विभिन्न शिविरों में हैं। जिले में तीन पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गये हैं।
नामची जिले में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई, लेकिन 65 लोग बाढ़ की चपेट में आकर लापता हैं। यहां अब तक 630 लोगों को बचाया गया है और 1088 लोग विभिन्न शिविरों में हैं। यहां कुल दो पुल बाढ़ में बह गए हैं।
पाकिम जिला जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुई है। यहां सेना के जवानों समेत 16 लोगों की मौत हो गई। जबकि 40 लोग लापता हैं। 58 लोगों को अब तक बचाया जा चुका है। जिले में स्थापित विभिन्न शिविरों में कुल 2107 लोग हैं।
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