भदोही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस भदोही में आज से कुछ वर्ष पहले लोगों में भय और आतंक का माहौल होता था। उस भदोही मे आज इंटरनेशनल कॉरपेट एक्सपोर्ट मेले लगाये जा रहे है। यह देख कर आज बड़ी प्रसन्नता हो रही है। इसमें देश विदेश से आने वाले आगंतुकों का हृदय से स्वागत है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में अन्तर-राष्ट्रीय कालीन मेले का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल के विजन को नई पहचान देने वाला कार्यक्रम है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भदोही, मिर्ज़ापुर, वाराणसी का क्षेत्र कारपेट और वस्त्र उद्योग के लिए भंडार का केंद्र है। यहां संभावना पहले भी थी, क्योंकि हमारे यहां हस्तशिल्पियों में प्रतिभा की कमी नहीं है।
उस हुनर को न तकनीक न प्लेटफॉर्म मिलता था। आज जब उन्हें मौका मिला तो वे अंतराष्ट्रीय स्तर पर वे धाक जमा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पोटेन्शियल को ग्लोबल स्तर पर प्रदर्शित किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही यूपी मे इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया गया था। 21 सितम्बर को उसका उद्घाटन किया गया था। जिसमे 25 सितंबर तक 05 लाख विदेशी व देसी खरीददार आए।
यह ग्रेटर नोएडा में अबतक का सबसे सफलतम आयोजन था। इससे उत्तर प्रदेश की क्षमता का प्रदर्शन हुआ। इसी के ठीक बाद आज भदोही मे इंटरनेशनल कारपेट मेले का आयोजन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करना होगा। यह हमारी ताकत हैं। इसीलिए 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने वन डिस्ट्रिकट वन प्रोडक्ट कार्यक्रम चलाया। विगत चार वर्षों में उत्तर प्रदेश के एक्सपोर्ट में 250 गुना की बढ़ोत्तरी हुई।
जबकि इनमें तीन वर्ष कोरोना प्रभावित रहे। आज प्रधानमंत्री कहीं भी वैश्विक स्तर पर जाते हैं तो उत्तर प्रदेश निर्मित ओडीओपी उत्पाद उपहार में देते हैं। इससे उत्तर प्रदेश की एक नई पहचान बनती है।