उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब माता-पिता की बेटियों के हाथ पीले करने की चिंता को दूर करने के साथ ही दहेज प्रथा पर भी अंकुश लगाया है। अकेले मिर्ज़ापुर जनपद की बात करें तो योगी सरकार ने यहां 2017 से अब तक 3824 गरीब बेटियों का विवाह कराया है। इसी क्रम में इस बार भी योगी सरकार नवंबर महीने में मेगा इवेंट की तर्ज पर सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कराने की तैयारी कर रही है।
शहर हो या गांव हर माता-पिता का सपना होता है कि वे अपनी लाडली बेटी की शादी धूमधाम से कराएं, लेकिन गरीबी के चलते उनका सपना पूरा नहीं हो पाता। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ऐसे गरीब परिवार के लिए सहारा बनी हुई है। इसके तहत मेगा इवेंट की तर्ज पर धूमधाम से बेटियों की शादी होती है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिर्ज़ापुर जनपद में वर्ष 2017 से अब तक कुल 3824 गरीब कन्याओं का विवाह हो चुका है। अब 23, 24, 27, 28 और 29 नवंबर को सामूहिक विवाह प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 51 हजार के सापेक्ष 35 हजार रुपये वधू के बैंक खाते में भेजे जाएंगे। साथ ही 10 हजार रुपये का सामान उपहार स्वरूप दिया जाएगा और छह हजार रुपये विवाह के आयोजन में खर्च किए जाएंगे।
शादी के लिए ऐसे करें आवेदन
जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीशचंद्र दुबे ने बताया कि बेटी की शादी कराने के इच्छुक अभिभावक ऑनलाइन आवेदन कर आवश्यक कागजात के साथ हार्डकापी कार्यालय में जमा करें। विधवा होने की स्थिति में पूर्व पति का मृत्यु प्रमाण पत्र, परित्यक्यता होने पर न्यायालय का आदेश संलग्न करें। आवेदक ब्लॉक मुख्यालय, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, जिला समाज कल्याण अधिकारी के कार्यालय में आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
इस साल एक लाख दस हजार जोड़ों की शादी का प्रस्ताव
इस साल एक लाख दस हजार जोड़ों की शादी का प्रस्ताव रखा गया है, जिसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इससे पहले ऑफलाइन मोड में आवेदन लिए गए थे, जिसके बाद कई फर्जीवाड़े भी सामने आए थे। वहीं इस बार ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। इस साल नवरात्र के अवसर पर कई सामूहिक विवाह होने हैं। इसको लेकर समाज कल्याण विभाग ने दिशा-निर्देश वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं, ताकि किसी प्रकार का कोई फर्जीवाड़ा न हो पाए।