हरदोई में सोमवार को नवरात्रि के दूसरे दिन माता के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ रही। यहां के भूरेश्वर मंदिर, शीतला देवी मंदिर, सिंह वाहिनी मंदिर, इच्छापूर्ण मंदिर, गायत्री मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में आदिशक्ति के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की आराधना के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।
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नवरात्रि के पावन दिनों में माता के मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें दिखाई पड़ती हैं। इसी क्रम में हरदोई शहर के भूरेश्वर मंदिर और शीतला देवी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। यहां के पिहानी कस्बे के गायत्री प्रज्ञापीठ में नवरात्रि के दूसरे दिन यज्ञ के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। यज्ञ का संचालन मृदुल कपूर व निखिल गुप्ता ने किया। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं मंदिर के व्यवस्थापक देवेंद्र मिश्र व रजनीश मिश्रा राजू ने देखी।
नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को गायत्री प्रज्ञा पीठ में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। ‘जय मां अंबे’ के जयकारों से मंदिर गूंज उठे। दूसरे दिन मां के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी का पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां की प्रार्थना कर सुख-समृद्धि की कामना की। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी मंदिरों में दर्शन करने के लिए लंबी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए।
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं में उत्साह देखते ही बन रहा था। मां गायत्री व नवदुर्गा मंदिर के द्वार सुबह के समय खुलने के बाद,,देवी माता का श्रृंगार किया गया। इसके बाद पहली आरती हुई।
गायत्री मंदिर में चल रहे नवरात्रि महोत्सव में मां का भव्य दरबार सजाया गया है। शाम को भजन संध्या में महिलाएं मां की एक से बढ़कर एक भेंट सुना रही हैं। गायत्री प्रज्ञापीठ पिहानी के ट्रस्टी मृदुल कपूर ने बताया मां दुर्गा का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देता है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है।