Meerut News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने मंगलवार को हापुड़ में आयोजित पश्चिमी उत्तर
प्रदेश के अनुसूचित जाति सम्मेलन में भाग लिया। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रत्येक कालखंड में अनुसूचित जाति के
महापुरुषों ने हमेशा समाज का मार्गदर्शन किया है।
जब भगवान प्रभु श्रीराम का
साक्षात्कार कराना था, तब महर्षि वाल्मीकी ने रामायण जैसा ग्रन्थ हम सबको प्रदान किया।
हापुड़ के आनंद विहार स्थित मैदान में मंगलवार
भाजपा का पश्चिमी उत्तर प्रदेश का अनुसूचित जाति सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की व्यवस्था सदैव से (सर्वे
भवन्तु सुखिन सर्वे संतु निरामया) की रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे
सबके साथ सबके विकास से जोड़ा है। मानवीय पुरुषार्थ से जुड़ा ग्रंथ महर्षि वेद व्यास
ने इसी धरा से दिया था।
मन चंगा तो कठौती में गंगा का उद्घोष करने वाले संत रविदास
को भी इसी समाज ने आगे बढ़ाकर भक्ति का ऐसा संदेश दिया, जो आज भी हमारे लिए प्रेरणा का श्रोत है। देश की आजादी के बाद बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने सांविधन दिया।
इस संविधान ने 142
करोड़ लोगों को एकता के सूत्र में बांधकर रखा
हुआ है। बाबा साहेब को सही मायनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मान दिया
है। उनकी जन्मभूमि से लेकर उनके रहने वाले स्थल तक स्मारक बनवाए।
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मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर कटाक्ष करते
हुए कहा कि पहले जाति, धर्म और मजहब के नाम पर योजनाएं चलती थी, लेकिन अब ऐसा
नहीं है। अनुसूचित जातियों के युवाओं को रोजगार से लेकर अच्छी शिक्षा के लिए कार्य किए जा रहें हैं। बाबा साहब की व्यवस्था को आगे बढ़ाने का कार्य हम कर रहे हैं।
उनके
विचारों को जमीन पर उतारने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में
आजादी के बाद पहली बार हुआ है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोगों ने सिर्फ छलावा
किया। 2016 में सपा
ने अनुसूचित जाति के सभी छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी थी।
सहारनपुर के मेडिकल
कॉलेज का नाम बदलने का कार्य भी इसी समाजवादी पार्टी ने किया था। लखनऊ में भाषा
विश्वविद्यालय का नाम बदलने का काम भी सपा ने किया था। प्रधानमंत्री ने स्वामित्व
योजना शुरू करके 66 लाख परिवारों को उनके मकानों का स्वामित्व दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर अनुसूचित जाति जनजाति
से जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति निवास कर रहा है। अगर वह जमीन आर्थिक श्रेणी से जुड़ी नहीं
है, तो उस जमीन पर
उसका हक होगा। उस जमीन का पट्टा उपलब्ध कराने का काम डबल इंजन की सरकार करेगी।
अगर
आर्थिक श्रेणी की जमीन है, तो उसके बदले में उसे दूसरी जमीन मिलेगी। पुनर्वास की व्यवस्था की
जाएगी। उन्होंने कहा कि हम समाज के अंतिम पायदान तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के
लिए संकल्पित है। इस अवसर पर मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने हापुड़ जनपद की लगभग 136 करोड़ रुपए की
लागत वाली 109 परियोजनाओं
का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर हापुड़ में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रही।
(SP) अभिषेक वर्मा ने कार्यक्रम स्थल को रेड जोन घोषित कर दिया था। कार्यक्रम स्थल से
पांच किलोमीटर तक की परिधि में कोई भी ड्रोन या मानव रहित वायुयान प्रणाली को
प्रतिबंधित किया गया था।