Agra News: आगरा के बरहन से लापता दो भाइयों सोनू और बॉबी का अपहरण बाह के हिस्ट्रीशीटर सहदेव ने किया था। सहदेव की पत्नी को एक साल पहले सोनू भगाकर ले गया था। उसका पता नहीं बताने पर हिस्ट्रीशीटर ने साजिश रची और बहाने से दोनों भाइयों को बुलाकर अपहरण कर लिया। जिसके बाद में उनके परिजन को कॉल करके पत्नी से मिलवाने की शर्त रखी। पुलिस ने महिला की फोन पर बात कराई और मिलवाने की बात कही। जिसके बाद में उसने दोनों भाईयों को छोड़ दिया।
एसीपी एत्मादपुर सौरभ सिंह ने बताया कि फिरोजाबाद निवासी रोमी की शादी 12 साल पहले विक्रमपुर बाह निवासी सहदेव के साथ हुई थी। जिसके बाद वर्ष 2014 में सहदेव को हत्या के मामले में जेल भेज गया था। इसी बीच बरहन का सोनू भी हत्या के मामले में जेल गया। जहां सहदेव और सोनू की दोस्ती हो गई। अभी कुछ महिने पहले ही जेल से आठ साल बाद सोनू, उसके दो महीने बाद सहदेव जेल से बाहर आएं है। जिसके बाद सहदेव से मिलने सोनू घर व गांव आने-जाने लगा। इस बीच सहदेव की पत्नी से सोनू को प्रेम हो गया। जिसके बाद सहदेव की पत्नी रोमी को अपने साथ लेकर दिल्ली भाग गया।
इस मामले में सहदेव की मां की ओर से गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद आरोपी सहदेव ने साजिश रची और 12 अक्तूबर को सोनू को सास पुष्पा देवी से फोन कराकर मटसेना बुलाया। जहां सोनू भाई बाबी के साथ बाइक से पहुंचा। तो रोमी के परिजन और पति ने दोनों को पकड़ लिया और पिटाई लगाने के बाद गाड़ी में डालकर के बाह के बीहड़ में दोनों को बंधक बना लिया। जिसके बाद सोनू के भाई विजय को फोन करके रोमी को लेकर आने पर ही दोनों को छोडऩे की शर्त रखी। जिसके बाद पुलिस से शिकायत की पुलिस ने लोकेशन पता लगवाई। वह बीहड़ आ रही थी।
इस पर आशंका थी कि दोनों भाइयों के साथ कोई घटना न घट जाएं। पुलिस ने रोमी को बरामद किया और फोन से पति से बात कराई। जिसके बाद विश्वास होने पर उसने सोनू और बॉबी को छोड़ दिया। अब पुलिस सहदेव की तलाश में लगी है। बरहन निवासी सीमा ने 14 अक्तूबर को बेटे सोनू (26) और बॉबी (28) के अपहरण की सूचना दी थी। वह दोनों 12 अक्तूबर की रात 9 बजे बाइक से गुरुग्राम जाने की कहकर घर से निकले थे। जिसके बाद 13 अक्तूबर की रात 11:30 बजे सोनू के भाई विजय के पास एक कॉल करके कहा कि दोनों भाई उनके कब्जे में हैं। इस पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है।