बिना वीजा-पासपोर्ट के फर्जी तरीके से साधु बनकर उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) में रह रहे साउथ फिलिपीन के नागरिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साल 2000 में विद्यार्थी वीजा पर भारत आए विदेशी नागरिक को राधाकुण्ड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लेकिन 23 साल से अवैध रूप से भारत में निवासित इस विदेशी नागरिक को पुलिस क्यों नहीं पकड़ पाई इसको लेकर लोकल इंटेलिजेंस और राधाकुण्ड पुलिस सवालों के घेरे में है।
यहां स्टूडेंट वीजा लेकर साउथ फिलिपीन का फेर्डी नंद मंसिल वीजा समाप्त होने के बाद भी गुप चुप तरह से साधु बनकर मथुरा (Mathura) में रह रहा था। बता दें इजराइल-हमास के बीच हो रहे युद्ध के बाद भारत सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं, जिसको लेकर भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों का सत्यापन चल रह रहा है। इसी सत्यापन की जद में एक फिलिपीनी नागरिक आया है। इंटेलिजेंस और इलाका पुलिस ने विदेशी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। यह जानकारी गुरुवार को थाना प्रभारी राधाकुण्ड ने दी है। उन्होंने बताया है कि पकड़े गए विदेशी नागरिक के पास से एक मोबाइल और 77,285 रुपये मिले हैं।
गौरतलब है कि राधाकुंड की पाल कॉलोनी से पकड़ा गया विदेशी नागरिक फेर्डी नंद मंसिल करीब 23 साल पूर्व विद्यार्थी वीजा पर भारत आया था, यहाँ साधु का वेश धारण कर लिया और खुद का नाम फरदीनंद रख लिया। एक साल की वीजा अवधि समाप्त होने के बाद फेर्डी नंद मुंसिल ने न तो वीजा अवधि बढ़वाई और न ही भारत छोड़कर फिलिपीन वापस लौटा। लोकल इंटेलिजेंस और थाना पुलिस को इनपुट मिलने पर इस विदेशी शख्स को कस्बा राधाकुंड स्थित पाल कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में राधाकुण्ड पुलिस ने जनक्री दी कि कस्बा राधाकुंड में एक बाबा रह रहा था। LiU टीम द्वारा इसकी जांच की तो पता चला कि वह विदेशी नागरिक है और बिना वीजा अनुमति के रह रहा है।
संत के वेश में घूम रहे मथुरा में कई विदेशी
मथुरा धर्म की नगरी है ,जहां लगातार विदेशी सैलानी आते हैं और श्री कृष्ण के प्रेम में यही के होकर रह जाते है। आज भी मथुरा वृंदावन में सैकड़ों की संख्या में आपको विदेशी मिल जाएंगे। ये विदेशी किसी आश्रम को अपना ठिकाना बना लेते है और यही अपना जीवन जीने लगते है।
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