Gorakhpur News: उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री और
गोरक्ष पीठाधीश्वर आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में 51 कन्याओं के पांव पखारकर कन्या पूजन किया। साथ ही अपने
हाथों से उन्हें प्रसाद ग्रहण कराया।
मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह नवरात्रि की नवमी पर विधि
विधान से कन्या पूजन कर मातृशक्ति की आराधना की। इस दौरान
उन्होंने कहा कि मातृशक्ति की आराधना सर्वोपरि है।
गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ
कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया, दक्षिणा और उपहार
देकर उनका आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने परम्परा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन
भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के प्रथम तल पर
स्थित भोजन कक्ष में पीतल के परात में चांदी के लोटे से भरे जल से नौ कुंवारी कन्याओं
के बारी-बारी से पांव धोए।
उनके माथे पर रोली, चंदन, दही,
अक्षत और दुर्वा का तिलक लगाया।
कन्याओं को योगी
ने अपने हाथों से भोजन परोसा। नौ कन्याओं के अलावा बड़ी संख्या में पहुंची बालिकाओं
और बटुकों का भी मुख्यमंत्री ने पूजन कर घंटी बजाते हुए उनकी आरती उतारी।
सभी को श्रद्धापूर्वक भोजन
कराकर उपहार व दक्षिणा दिया।
भोजन परोसते समय सीएम योगी बच्चों से
निरंतर संवाद और ठिठोली भी करते रहे। यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी बालक-बालिका
की थाली में भोजन प्रसाद की कोई कमी न रहे।
जिसको लेकर वह मंदिर की व्यवस्था से जुड़े
लोगों को निर्देशित करते रहे।
कन्या पूजन
कार्यक्रम में पहुंची नन्हीं बालिकाओं व बटुकों की आतुरता
देखते ही बन रही थी। सत्कार और स्नेह के भाव से मुख्यमंत्री ने एक-एक कर नौ
कन्याओं व बटुक भैरव के पांव पखारे और उनका पूजन किया।
मुख्यमंत्री के हाथों दक्षिणा मिलने से बालिकाएं
काफी प्रफुल्लित दिखीं। इस दौरान गोरखनाथ मंदिर के
प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, काशी से आए
महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ बाबा, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, गोरखनाथ मंदिर के
पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक आदि मौजूद रहे।
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