Ayodhya News: अयोध्या रामनगरी के मठ-मंदिरों में रहने वाले साधु-शिष्यों का सत्यापन कराया जाएगा। इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए है। जिसके बाद रामनगरी के सभी लगभग आठ हजार मंदिरों में रहने वालों का सत्यापन किया जाएगा। सभी के पहचान पत्रों की जांच का काम प्रारंभ कर दिया गया है।
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अभी 19 अक्तूबर को हनुमानगढ़ी से जुड़े साधु राम सहारेदास की हत्या में दो शिष्यों के नाम आने के बाद सवाल खड़े हुए हैं। इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसलिए सर्तकता बढ़ा दी गई है। अयोध्या के दो दिवसीय दौर पर आए मुख्यमंत्री ने भी संतों के साथ भोजन के दौरान जानकारी दी कि मठ-मंदिरों में रहने वाले साधु और शिष्यों व अन्य लोगों का सत्यापन कराया जा रहा है। एक संत ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अयोध्या के मठ-मंदिरों में सत्यापन कराने को कहा है। अयोध्या में गुरु-शिष्य परंपरा सदियों पुरानी है। यहां मंदिर के महंत और पीठाधिपति शिष्य, सेवादार, पुजारी, भंडारी, आदि रहते हैं। ताकि मंदिर के संचालन में आसानी हो सके।
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उन्हें ऐसे करने के लिए किसी से अनुमति नहीं लेनी होती है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में हुई घटनाओं के बाद संतों में एक दहशत का माहौल है। हनुमानगढ़ी में हत्या की घटना के कुछ महीने पहले ही स्वर्गद्वार स्थित एक प्रतिष्ठित पीठ में मंदिर में आने-जाने वाले शिष्य ने ही एक बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इससे पहले भी कुछ घटनाएं हो चुकी हैं। खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हनुमानगढ़ी अखाड़ा के चारों पट़्टी के मठ-मंदिरों में सत्यापन की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। रामनगरी के मठ-मंदिरों में रहने वाले लोगों की पहचान जांचने का काम किया जा रहा है।