Gorakhpur
News: प्रदेश में आम तौर पर अपने घर और परिवार से अकेली लड़कियों और महिलाओं को
नौकरी, प्रशिक्षण या शोध
की पढ़ाई के लिए दूसरे शहर जाना पड़ता है।
इन अकेली लड़कियों एवं महिलाओं की
सुरक्षा के लिए गोरखपुर नगर निगम द्वारा 100
महिलाओं की क्षमता वाले कामकाजी महिला
छात्रावास का निर्माण करने जा रहा है।
इस छात्रावास का
निर्माण सहारा स्टेट के पास स्थित नगर निगम की 3200 वर्ग मीटर जमीन पर होगा। इस छात्रावास
में कामकाजी महिलाओं के साथ उनके बच्चों को रहने की अनुमति दिए जाने की संभावना है।
नगर निगम के मुख्य अभियंता संजय चौहान ने बताया कि
कामकाजी महिला छात्रावास का संचालन रेंटल मोड में होगा। यह पूरा प्रोजेक्ट राज्य
स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत बनेगा। जिसके लिए (CNDS)
कार्यदायी संस्था नामित की गई है।
(CNDS) के
प्रोजेक्ट मैनेजर विवेक गुप्ता ने बताया कि 100
महिलाओं की क्षमता का भूतल, प्रथम तल एवं
द्वितीय तल का बहु-मंजिला भवन बनेगा। इसके अलावा कार्यालय, मेस टॉयलेट, वॉशरूम, पार्किंग एवं
ग्रीनबेल्ट सहित चहारदीवारी का निर्माण होगा।
प्रवेश द्वार पर गार्डरूम भी बनेंगे।
ताकि यहां रहने वाली महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। छात्रावास में 60 प्रतिशत सिंगल
एवं 40 प्रतिशत डबल सीटर बेड होंगे। फिलहाल,
अभी परियोजना का विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन
रहा है।
परियोजना पर 15 से 16 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। नगर आयुक्त गौरव सिंह
सोगरवाल ने बताया कि उनकी कोशिश है कि जल्द से जल्द परियोजना बनाकर शासन को भेज दी
जाए। ताकि स्वीकृति की औपचारिकताएं होने के बाद निर्माण कराया जा सके।
गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रवि किशन
शुक्ला ने कहा कि नॉलेज सिटी के रूप में प्रतिष्ठित हो रहे गोरक्षनगरी में पठन
पाठन एवं रोजगार की संभावनाएं साल 2017
के बाद बढ़ी हैं।
ऐसे में मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ द्वारा यहां कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण करना सराहनीय एवं
स्वागत योग्य पहल है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ के हाथों से किया जाएगा।
यह भी पढ़ें:- UP: संस्कारयुक्त शिक्षा से ही सशक्त व समर्थ होगा राष्ट्र : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ