प्रयागराज- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) इलाहाबाद में 5जी नेटवर्क की प्रयोगशाला स्थापित की जायेगी। यह जानकारी संस्थान के निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावणे ने शुक्रवार को दी।
उन्होंने बताया कि छात्रों और स्टार्टअप समुदायों के लिए 5जी प्रौद्योगिकियों में दक्षता और जुड़ाव बनाने के उद्देश्य से सरकार के बजट घोषणा के अनुरूप, डीओटी विकास, प्रयोग की सुविधा के लिए सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के उच्च शिक्षण संस्थानों में 5जी उपयोग हेतु प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए सभी प्रस्ताव मांगे गये थे। जिसमें विभिन्न सामाजिक आर्थिक क्षेत्रों में 5जी अनुप्रयोग के मामले शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, बिजली, शहरी प्रबंधन, खनन, रसद, संसाधन प्रबंधन, पर्यटन, खेल, सुरक्षा, ई-गवर्नेंस आदि सामाजिक आर्थिक क्षेत्रों में प्रयोग किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि संस्थान के डॉ संजय सिहं, विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग के निर्देशन में डॉ सुनील यादव एवं उनकी टीम द्वारा कृषि के क्षेत्र में कार्य करने हेतु 5जी प्रौद्योगिकी की डिजाइन तैयार किया गई थी जिसको दूरसंचार विभाग (डीओटी) द्वारा स्वीकार कर लिया गया था।
डॉ संजय सिंह ने बताया कि देश के 100 संस्थानों में इलाहाबाद ट्रिपल आईटी ने प्रयोगशाला स्थापित करने में अपनी जगह बनायी है। उन्होंने बताया कि 5जी प्रयोगशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों और औद्योगिक संस्थाओं, लघु उद्योगों, स्टार्टअप संस्थाओं तक पहुँच बनाना है। बी.टेक और एम.टेक के छात्रों को 5जी प्रौद्योगिकी से सम्बंधित प्रोजेक्ट में शामिल करना है। शैक्षणिक संस्थाओं और उद्यमियों के बीच समन्वय स्थापित करना है, जिससे 5जी प्रौद्योगिकी का विस्तार और उपयोग किया जा सके।
उन्होंने बताया कि देश में स्टार्टअप, लघु उद्योग को 5जी प्रयोगशाला के साथ जोड़ने की भी योजना है।
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संस्थान में इस परियोजना को स्थापित एवं संचालन का दायित्व डॉ सुनील यादव एवं उनकी टीम पर होगा। संस्थान द्वारा प्रयोगशाला, बिजली आपूर्ति, इंटरनेट और इंट्रानेट कनेक्टिविटी, अन्य उपकरण, तकनीकी- जनशक्ति (स्थानीय रखरखाव के लिए) आदि जैसी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस प्रयोगशाला में लगने वाले सभी यंत्र स्वदेशी होंगे।
संस्थान के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ पंकज मिश्र ने बताया कि प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) में संस्थान की तरफ से डॉ राधिका गौड़, पवन कुमार और सौरभ जैन ने अपने मॉडल का प्रदर्शन किया। संस्थान डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करने को तैयार है।