Kerala Blast: केरल के एर्नाकुलम में रविवार सुबह (Jehovah’s Witnesses) के एक कन्वेंशन सेंटर में भीषण ब्लास्ट हुआ। इसमें कम से दो लोगों की मौत की खबर है। वहीं, कई लोग घायल हैं। कलामसेरी पुलिस के मुताबिक, यह धमाका उस वक्त हुआ, जब कई लोग कन्वेंशन सेंटर में प्रार्थना सभा के लिए जुटे थे। पुलिस के मुताबिक, पहला धमाका सुबह 9 बजे के करीब हुआ। अगले कुछ मिनटों में एक के बाद एक ब्लास्ट हुए। बताया गया है कि घटना की जांच के लिए एनआईए की टीम केरल पहुंच चुकी है, जबकि एनएसजी की टीम घटना के बाद तत्काल वहां पहुंच गई थी।
प्रारंभिक जांच में सामने आई आईईडी के इस्तेमाल की बात
केरल के DGP डॉ. शेख दरवेश ने कहा, “आज सुबह लगभग 9:40 बजे ज़मरा इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एग्जीबिशन सेंटर में विस्फोट हुआ जिसमें तीन लोगों की मृत्यु हो गई और 52 लोग घायल हुए हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कन्वेंशन सेंटर में यहोवा के साक्षियों का क्षेत्रीय सम्मेलन हो रहा था पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।डीजीपी ने कहा कि हम पूरी जांच कर रहे हैं, पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन है और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक IED उपकरण है और हम इसकी जांच कर रहे हैं।”
एर्नाकुलम के कलेक्टर के मुताबिक, घटना में 52 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि 10 लोगों को गंभीर रूप से जलने के बाद कलामसेरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो लोग 50 फीसदी से ज्यादा जल गए हैं। इसके अलावा आठ लोगों को अस्पताल के जनरल वॉर्ड में भेजा गया है। वहीं, 18 को अलग-अलग अस्पतालों में निरीक्षण में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, रविवार को इस तीन दिवसीय प्रार्थना सभा का आखिरी दिन था। अधिकारियों के मुताबिक, जिस वक्त यह धमाके हुए उस दौरान प्रार्थना सभा में करीब दो हजार लोग जुटे थे।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज के ने कहा कि कालामसेरी धमाके को लेकर उन्होंने सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। साथ ही छुट्टी पर गए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को तुरंत काम पर लौटने के लिए कहा है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से बात की और बम विस्फोट के बाद राज्य के हालात पर चर्चा की। शाह ने एनआईए और एनएसजी की एक टीम को तुरंत घटनास्थल पर जाने और मामले में जांच शुरू करने के आदेश दे दिए हैं।
एक बच्ची की उपचार के दौरान मृत्यु
केरल के एर्नाकुलम में रविवार सुबह हुए विस्फोट में एर्नाकुलम जिले के मलयट्टूर की रहने वाली लिबिना नामक 12 वर्षीय बच्ची भी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। सोमवार को कलामासेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। अब ब्लास्ट में मरने वालों की कुल संख्या तीन हो गई है।
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रविवार को इस सभा में शामिल दो महिलाओं की जान चली गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, जिस वक्त यह धमाके हुए उस दौरान प्रार्थना सभा में करीब दो हजार लोग जुटे थे। जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए, जहां अल्पसंख्यक ईसाई समूह, यहोवा के साक्षी, के अनुयायी तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के अंतिम दिन के लिए एकत्र हुए थे। इस विस्फोट के बाद यहोवा के साक्षियों का सदस्य होने का दावा करने वाले एक डॉमिनिक मार्टिन नाम के व्यक्ति ने राज्य के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था और कहा था कि उसने इन विस्फोटों को अंजाम दिया है।