बांदा के रहने वाले भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस के जवान त्रिमोहन सिंह की उत्तराखंड में तैनाती के दौरान नीलम घाटी में पैर फिसलने से मौत हो गई। रविवार को पैदल गश्त के दौरान ये हादसा हुआ। वहीं इस घटना के बाद उनके गांव और परिवार में मातम पसर गया है। ITBP के जवान के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
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जानकारी के अनुसार बांदा के अतराहट गांव के निवासी त्रिमोहन सिंह उर्फ शीलू भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) में उत्तराखंड में तैनात थे। रविवार 29 अक्टूबर को त्रिमोहन सिंह दोपहर करीब 2 बजे अपने आधा दर्जन साथियों के साथ नीलम घाटी में पैदल गश्त कर रहे थे। इस दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया और वे खाई में जा गिरे। जब तक त्रिमोहन के साथी जवान उन्हें खोजते-खोजते खाई में पहुंचे, तब तक उनकी मौत हो गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। हादसे के बाद से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के साथ ही पूरे गांव में मातम छा गया है।
दिवंगत सैनिक के बड़े भाई मुन्ना सिंह ने बताया कि अभी पिछले महीने उनके भाई त्रिमोहन सिंह छुट्टी पर गांव आए थे। मुन्ना सिंह ने बताया कि अगले साल होली में आने की बात कहकर वो ड्यूटी पर गया था, लेकिन, अब उनकी डेडबॉडी आ रही है। मुन्ना सिंह ने यह भी बताया कि उनके भाई का पार्थिव शरीर उत्तराखंड से मंगलवार को गांव आएगा और उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बता दें कि बांदा जिले के चिल्ला थाना क्षेत्र के अतराहट गांव के रहने वाले त्रिमोहन सिंह ITBP में थे और इन दिनों वे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में तैनात थे। इसी परिवार के सदस्य सदस्य रहे सुरजीत सिंह बीएसएफ में थे और वे पश्चिम बंगाल में तैनात थे। पिछले साल बीमारी के दौरान सुरजीत की भी मौत हो गई थी।