देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हर वर्ष दिवाली और उसके आस पास भयंकर प्रदूषण दिखाई पड़ता है। इसका मुख्य कारण पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली है। इस बार दिल्ली और पंजाब दोनों जगह आम आदमी पार्टी की सरकारें हैं। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सरकार न बनने से पहले पंजाब को दिल्ली में प्रदूषण का कारण बताया था। आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि पंजाब में हमारी सरकार आने पर पराली जलाने की घटना को कम करेंगे लेकिन NASA FIRMS के मैप में जो तवीरें दिख रहीं हैं वो बेहद चौकने वाली हैं।
अब पंजाब में पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। NASA के वर्ल्डव्यू सैटेलाइट ने 25 से 29 अक्टूबर के बीच पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की तस्वीरें कैद की हैं. खेत की आग को लाल बिंदुओं से दिखाया गया है. पंजाब में रविवार को 1068 खेतों में पराली जलाया गया. यानी एक दिन में पराली जलाने की घटनाओं में 740 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। दशहरे के बाद से पंजाब में पराली जलाने के मामलों को लेकर सेटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं जोकि साबित करती हैं कि दशहरे के बाद से पंजाब में पराली जलाने के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली में सांसों पर संकट, AQI स्तर 300 के पार
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को प्रदूषण का स्तर इतना खराब हो गया कि सुबह धुएं की मोटी चादर देखने को मिली। राजधानी में लोगों का अब सांस लेना भी दूभर होने लगा है। मंगलवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 के पार चला गया। दीवाली तक एक्ययूआई 400 के पार भी जा सकता है। मंगलवार सुबह दिल्ली का AQI 327 दर्ज किया गया। दिल्ली से सटे नोएडा में तो हवा की गुणवत्ता का स्तर 375 तक पहुंच गया। यही हाल एनसीआर के अन्य इलाकों का भी है। हरियाणा के गुरुग्राम में एक्यूआई 249 दर्ज किया गया। दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर हवा का स्तर 329 तक दर्ज किया गया । दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा धीरपुर इलाके में रही। यहां एक्यूआई 404 तक पहुंच गया।
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