Banda
News: जनपद बांदा में ग्राम अतराहट निवासी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल उत्तराखंड में तैनात त्रिमोहन सिंह (35) उर्फ शीलू की रविवार को पैदल गस्त के दौरान नीलम घाटी से अचानक पैर फिसल गया। जिससे वह घाटी से खाई में गिर गए। इस दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही गांव में आई पूरे गांव में मातम छा गया।
मौत की खबर के आने के पश्चात आज उसके पैतृक गांव में तिरंगे में लिपटा हुआ उनका पार्थिव शरीर आते
ही परिवार में कोहराम मच गया। जो लोग जहां थे वहीं से मृतक त्रिमोहन सिंह की एक
झलक पाने के लिए आतुर दिखे।
जैसे ही दोपहर 2.30
बजे भारत तिब्बत सीमा पुलिस की गाड़ी में तिरंगे से लिपटे हुए उनके पार्थिव शरीर को लोगो ने देखा उसी समय भारत माता की जय
के नारे गूंज उठे।
जैसे ही उनके पार्थिव शरीर को उनके घर लाया गया उसी समय पत्नी पूनम दहाड़े खाकर बेसुध हो गई। जहां परिवारीजनों ने उन्हें संभाला। परिजनों ने बताया कि अभी एक महीने पहले ही वह छुट्टी के दौरान घर आए थे। जब भी छुट्टी मिलती थी तो वह एक
दो दिन के लिए घर आ जाते थे और फिर पुनः ड्यूटी पर वापस लौट जाते थे।
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दिवंगत सैनिक के बड़े बेटे यशवर्धन के आंसू
नहीं थम रहे थे। जिसे घर के लोग शांत करने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद गांव में
शव यात्रा निकाली गई। हजारों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने दिवंगत सैनिक का नाम
लेकर जयकारा लगाया और भारत माता का जय घोष किया। त्रिमोहन सिंह अमर रहें, भारत माता की जय
के साथ (ITBP) के जवानों ने उन्हें गार्डन ऑफ़ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी।
उल्लेखनीय है कि शहीद हुए त्रिमोहन चार भाइयों में सबसे छोटे थे। जिसकी 2013 में कानपुर के
महाराजपुर में पोस्टिंग हुई थी।
दिवंगत सैनिक के अंतिम दर्शनों के लिए समूचे क्षेत्रो से हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए। इनमे मुख्य रूप से जयराम सिंह बछेउरा, जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद, अशोक सिंह गौर, पूर्व विधायक दलजीत सिंह, प्रधान संघ के अध्यक्ष पिपरहरी, प्रधान सुरेंद्र सिंह आदि ने दिवंगत
सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कमांडेंट अमित कटियार भी मौजूद रहें।