देश-दुनिया
के इतिहास में 04 नवंबर की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख अमेरिका के
राष्ट्रपति पद के चुनाव इतिहास में इसलिए यादगार है कि 2008 में बराक हुसैन ओबामा पहले
अश्वेत राष्ट्रपति चुने गए। होनोलुलू में
जन्मे बराक ओबामा की मां अमेरिकी और पिता केन्या के बुद्धिजीवी अश्वेत थे। बचपन में ही उनके
माता-पिता के बीच तलाक हो गया था। ओबामा का पालन-पोषण नाना-नानी ने अमेरिका में
किया। ओबामा के दोस्त स्पोर्ट्स में अव्वल
रहने के कारण उन्हें ओबॉम्बर कहकर बुलाते थे। शिकागो की एक लॉ फर्म में काम करते
हुए मिशेल रॉबिन्सन से उनकी मुलाकात हुई। वहीं उन्हें प्यार हुआ और 1992 में दोनों
ने शादी कर ली। ओबामा को 2009 में शांति का नोबेल पुरस्कार भी मिला है।
ओबामा ने दो पुस्तकें लिखी हैं- ड्रीम्स फ्रॉम
माई फादर: ए स्टोरी ऑफ रेड ऐंड इनहेरिटेन्स और द ओडेसिटी ऑफ होप। पुस्तकों पर
आधारित ऑडियो बुक को प्रतिष्ठित ग्रैमी पुरस्कार मिला। ओबामा ने कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन
को मारने के लिए ऑपरेशन जेरोनिमो चलाया था। ओबामा का नाम 2005 में टाइम मैगजीन
द्वारा विश्व के महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सूची में आया। ओबामा की दो बेटियां हैं
साशा और मालिया। ओबामा फिट रहने के लिए अकसर बास्केटबॉल खेलते हैं।
इसी वर्ष जून
में प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे के समय बराक ओबामा ने सीएनएन को एक इंटरव्यू
दिया उसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अगर भारत में मुस्लिम
और अल्पसंख्यकों का सम्मान नहीं किया गया तो भारत के टूटने का खतरा है, उन्होंने इस मुद्दे
को पीएम मोदी के सामने उठाने का आह्वान किया। बराक
ओबामा की इस टिप्पणी ने विवाद पैदा कर दिया, तो देश में
कांग्रेस को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया। सांसद मनीष
तिवारी ने कहा कि ओबामा का बयान महज एक संयोग नहीं है जब प्रधान मंत्री नरेंद्र
मोदी राष्ट्रपति के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं तब
ओबामा ने ऐसा बयान दिया है।
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दबे स्वर में ओबामा पर जॉर्ज सोरोस की मिलीभगत से आरोप भी लगे लेकिन
उन पर कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले। लेकिन इस तरह की बयान बाजी कर राजनीति से दूर हो
चुके ओबामा एक बार फिर सुर्खियों में आने में सफल रहे।
04 November in the
pages of history