आईआईटी बीएचयू परिसर के चारों तरफ चहारदीवारी खड़ी करने की बात को लेकर छात्रों में आक्रोश बढ़ रहा है। शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीएचयू इकाई के सैकड़ों छात्रों ने परिसर स्थित केन्द्रीय कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। छात्रों ने दो टूक कहा कि किसी भी कीमत पर महामना के बगिया का विभाजन नहीं होने देंगे। नाराज छात्रों ने कुलपति का प्रतीकात्मक पुतला फूंक कर आक्रोश जताया। चहारदीवारी को लेकर आइसा और अन्य छात्र संगठन भी मुखर हैं।
ये भी पढ़ें- नोएडा: ‘बिग बॉस ओटीटी-2’ के विजेता एल्विश यादव समेत अन्य लोगों पर केस दर्ज, 5 सपेरे गिरफ्तार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र अभय सिंह ने कहा कि आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ हुई घटना बेहद शर्मनाक है। ऐसी घटनाएं विश्वविद्यालय के अंदर हों, तो प्रशासनिक लापरवाही उजागर होती है। उन्होंने कहा कि पीड़ित छात्रा को न्याय मिलना चाहिए। वहीं अन्य छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा की अनदेखी के कारण यह घटना हुई है।
छात्रों का कहना है कि परिसर में रात में बाहरी अराजक तत्वों का जमावड़ा रहता है। महामना पं. मदन मोहन मालवीय ने एक ही परिसर से सम्पूर्ण विषयों की शिक्षा की व्यवस्था बनाई थी। परिसर के किसी हिस्से में घटित होने वाली आपराधिक घटना संपूर्ण परिसर की छात्राओं एवं छात्रों के लिए असुरक्षा का विषय है। इसका समाधान महामना के बनाए परिसर को विभाजित करने से नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने से होगा।
छात्रों ने कहा कि बीएचयू परिसर में सभी चौराहों पर तत्काल उन्नत श्रेणी के सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था सुनिश्चित हो। वर्तमान में लगे सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता की भी जांच हो। परिसर में सुरक्षाकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए जो कि पूर्व में कम किए गए थे। इसके अलावा रात में बाहरी अराजक तत्वों के परिसर में जमावड़े को प्रतिबंधित करने के साथ ही वाहनों के प्रवेश को रोका जाए। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में विभाजन करने के प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगाई जाए।