मथुरा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में शुक्रवार को अमोनियम क्लोराइड से भरे दो सिलेंडर लीक हो गए। इसके कारण दफ्तर के बगल में बने एएनएम प्रशिक्षण केंद्र की 6 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। मौके पर फायर ब्रिगेड और इंडियन ऑयल रिफाइनरी की टीमों ने पहुंचकर रिसाव को कंट्रोल किया।
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बताया जा रहा है कि गैस का रिसाव होने से छात्राएं बेहोश होने लगी। इसके बाद वहां हड़कंप मच गया। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक से अजीब स्मेल आई,, जिसके बाद छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी।
दरअसल 20 साल पहले सीएमओ ऑफिस के पास स्थित पंप हाउस से जिला अस्पताल को पानी की सप्लाई होती थी। जिला अस्पताल में पंप हाउस बना,, तो यहां से सप्लाई बंद हो गई। तभी से ये पंप हाउस बंद पड़ा है। इसमें अमोनियम क्लोराइड के 100-100 किलो से भरे दो सिलेंडर रखे हुए थे। कई वर्षों से किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
शुक्रवार को सिलेंडर से अमोनियम क्लोराइड गैस का रिसाव शुरू हो गया। इससे नर्सिंग छात्रावास में पढ़ने वाली करीब आधा दर्जन छात्राएं बेहोश हो गईं। जानकारी होने पर सीएमओ ऑफिस में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में दमकल टीम मौके पर पहुंची और गैस रिसाव रोकने के प्रयास में जुट गई। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गैस रिसाव पर काबू पाया गया।
इस मामले में सीएमओ ए के वर्मा ने बताया कि सुबह 11 बजे अमोनियम क्लोराइड के सिलेंडर से गैस का रिसाव शुरू हुआ। जानकारी मिलने पर दमकल और आईओसीएल की टीम को सूचना दी गई। इसके बाद गैस के रिसाव को रोका जा सका। गैस की चपेट में आने कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।