अयोध्या में 11 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव से पहले यानि 9 नवंबर को योगी कैबिनेट की बैठक होगी। इस कैबिनेट बैठक की खास बात ये है कि इस बार ये बैठक भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में अयोध्या से जुड़े कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा हो सकती है।
ये भी पढ़ें- अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां ज़ोरों पर, लगाए गए 25 हजार से ज्यादा वॉलंटियर्स
विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में प्रचार के लिए गए योगी सरकार के मंत्रियों को होने वाली यूपी कैबिनेट की बैठक के बारे में सूचना दे दी गई है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इस लिहाज से योगी कैबिनेट की ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक गुरुवार 9 नवंबर को होने वाली इस बैठक में अयोध्या से जुड़े कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है। यह बैठक 11 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव से पहले की जा रही है। इस बार अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर 21 लाख दीपक जलाकर नया विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा। बता दें कि इससे पहले 2019 में योगी कैबिनेट की बैठक प्रयागराज में भी हो चुकी है।
हर साल की तरह इस बार भी अयोध्या में होना वाला दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है। इस बार सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी पर 21 लाख से भी अधिक दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही सुंदर मनमोहक झांकियों के अलावा लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित किया जाएगा। दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी किया जाएगा, साथ ही सरयू आरती भी होगी।
दीपोत्सव के लिए 7 नवंबर से ही घाटों पर दीये पहुंचने शुरू हो जाएंगे। 8 नवंबर से 51 घाटों पर दीये सजाने का कार्य शुरू होगा और 11 नवंबर को तेल, बाती के साथ देर शाम दीये प्रज्ज्वजित किए जाएंगे।