इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। जहां एक ओर हमास ने तेल अवीव पर एक घंटे में दो बार हमला किया, वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना से कहा है कि रुकने का इरादा बिल्कुल भी नहीं है। इस बीच खबर ये भी है कि इजरायल,, फिलिस्तीनी कामगारों की जगह 1 लाख भारतीय कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकता है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के हमले के बाद इजरायल में काम करने वाले फिलिस्तीनियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। इसकी जगह इजरायल और भारत सरकार के बीच भारतीयों को नौकरी देने को लेकर चर्चा हो रही है। इजरायल बिल्डर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैम फीग्लिन ने जानकारी देते हुए कहा है कि इजरायल सरकार की मंजूरी मिलते ही हम एक लाख भारतीयों को नौकरी के लिए हायर करेंगे। हम भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं।
हालांकि अभी भारत के विदेश मंत्रालय ने इजरायल में भारतीयों को नौकरी देने संबंधी सवालों का जवाब नहीं दिया है। दरअसल इजरायल बिल्डर्स एसोसिएशन,, फिलिस्तीनी लेबर्स को हटाकर भारतीय लेबर्स को नौकरी देना चाहता है। इसके लिए उसने इजरायली सरकार से अनुमति मांगी है।
मंगलवार को इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि गाजा पट्टी इंसानों द्वारा बनाया गया आतंक का सबसे बड़ा अड्डा है। हम बंधकों को वापस लाने के लिए हर मिलिट्री और पॉलिटिकल एक्शन लेंगे। वहीं दूसरी तरफ, इजरायली सेना ने दावा किया है कि वो गाजा शहर के केंद्र में पहुंच चुकी है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम गाजा शहर में घुसते जा रहे हैं। हम हमास के उन ठिकानों पर भी पहुंच चुके हैं, जहां उसने उम्मीद भी नहीं की थी। हजारों हमास लड़ाकों को मारा जा चुका है। अगर हिजबुल्लाह इस जंग में घुसा, तो ये उसकी सबसे बड़ी भूल होगी। नेतन्याहू ने कहा कि जब तक बंधक आजाद नहीं हो जाते, युद्ध में सीजफायर नहीं होगा। हमारा रुकने को कोई इरादा नहीं है। हम गाजा में फ्यूल भी नहीं पहुंचने देंगे। हम हमास और उसकी सत्ता को मिटा देंगे। इस युद्ध के बाद इजरायल को गाजा से कोई खतरा नहीं होगा।
बता दें कि मंगलवार रात को लेबनान से इजरायल पर एक के बाद एक 20 रॉकेट दागे गए। ज्यादातर रॉकेट को आयरन डोम ने इंटरसेप्ट कर लिया। हमले के बाद इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हिजबुल्लाह के हथियार डिपो, रॉकेट लॉन्चिंग पैड, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल सेल सहित कई ठिकानों पर हमले किए।