भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन का निधन हो गया है। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। आशुतोष टंडन लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। आशुतोष टंडन के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है।
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सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि “पूर्व मंत्री एवं लखनऊ (पूर्व) के विधायक, आशुतोष टंडन ‘गोपालजी’ का निधन अत्यंत दुःखद है। एक जनप्रिय, कर्मठ, जुझारू राजनेता के रूप में वे सदैव याद किए जाएंगे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
आशुतोष टंडन के निधन से पार्टी में शोक की लहर है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी दुख प्रकट किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि “उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं लखनऊ पूर्व के विधायक, आशुतोष टंडन के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ। उनका राजनीतिक जीवन लखनऊ वासियों की सेवा में समर्पित था। पार्टी को मजबूती देने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।”
आशुतोष टंडन मेदांता हॉस्पिटल में बीते एक माह से भर्ती थे। उन्हें मेटास्टैटिक कैंसर की परेशानी थी। यह कैंसर पूरे शरीर में फैल चुका था। इसी के कारण धीरे-धीरे मल्टी ऑर्गन फेल्योर भी हो रहा था। महत्वपूर्ण अंगों के काम नहीं करने पर 20 दिनों से वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
आशुतोष टंडन, लखनऊ के सांसद रहे लालजी टंडन के पुत्र थे। वह पिछले काफी समय से बीमार थे। उन्हें ICU में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। आशुतोष टंडन वर्तमान में लखनऊ पूर्व सीट से बीजेपी के विधायक थे। इससे पहले वह यूपी सरकार में मंत्री भी रह चुके थे।
आशुतोष टंडन,, ‘गोपाल जी’ टंडन के नाम से भी जाने जाते थे। लालजी टंडन के पुत्र आशुतोष साल 2013 में लखनऊ पूर्व सीट पर हुए उप-चुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में टंडन के पास शहरी विकास, रोजगार और गरीबी उन्मूलन जैसे कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में वह लखनऊ से तीसरी बार विधायक बने थे।