जालौन में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लूटपाट करने वाले युवक जीतेंद्र परिहार उर्फ शैलेंद्र सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से आरोपी घायल हो गया, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया। फिलहाल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके पास से एक बैग में पुलिस की वर्दी मिली है।इसके अलावा दो तमंचे और मोटर साइकिल भी बरामद हुई है।
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जानकारी के अनुसार उरई कोतवाली क्षेत्र में फैक्ट्री एरिया चौकी के पास जब एसओजी, सर्विलांस और कोतवाली पुलिस की टीम वाहनों की जांच कर रही थी। तभी बाइक सवार दो युवक वहां से गुजरे। पुलिस ने उन्हें रोकने का इशारा किया, लेकिन उन्होंने रुकने की बजाए पुलिस पर फायरिंग कर दी।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में रामपुरा थाना क्षेत्र के जगम्मनपुर निवासी जीतेंद्र परिहार उर्फ शैलेंद्र के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। इसके बाद जीतेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं उसका एक अन्य साथी जगम्मनपुर निवासी गजेंद्र को भी पुलिस ने घेराबंदी करके पकड़ लिया। इनके पास से दो तमंचे, पुलिस की वर्दी और मोटर साइकिल बरामद की गई है।
दरअसल पकड़ा गया आरोपी युवक जीतेंद्र परिहार फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लूटपाट की घटना को अंजाम देता था। आरोपी जीतेंद्र खुद को एसटीएफ का आधिकारी बताया था। शुक्रवार की आधी रात को हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ कर इन बातों का खुलासा किया है।
फिलहाल पुलिस मुठभेड़ के दौरान घायल जीतेंद्र परिहार उर्फ शैलेंद्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएसपी असीम चौधरी ने बताया कि बदमाश जीतेंद्र परिहार कभी एसओजी, तो कभी एसटीएफ का अधिकारी बनकर लोगों से लूट-पाट करता था। वह औरैया थाना क्षेत्र में भी वांछित था। उस पर रामपुरा, एट एवं औरैया जिले के अयाना थाना क्षेत्र सहित 21 मामले दर्ज हैं।