महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं जननायक बिरसा मुंडा की स्मृति में मिर्ज़ापुर के एक चौराहे को विकसित किया जाएगा। इस चौराहे पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने पड़री के ठाना गांव में गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन की ओर से आयोजित जयंती समारोह के दौरान ये घोषणा की।
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इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि जल्द ही जनपद में बिरसा मुंडा जनजातीय संग्रहालय की स्थापना होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज में पैदा हुए भगवान बिरसा मुंडा ने सबसे पहले अंग्रेजों के खिलाफ लगान माफी के लिए लोहा लिया, जिसकी वजह से उन्हें दो वर्षों के लिए जेल में डाल दिया गया। जेल से छूटने के बाद भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातीय समुदाय को संगठित किया और अंग्रेज सैनिकों के छक्के छुड़ा दिए।
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि देश की आजादी के लिए बिरसा मुंडा ने जो संघर्ष किया, उसे देश की आने वाली पीढ़ी को जानना अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसके लिए समय-समय पर संगोष्ठी के तौर पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहना चाहिए, ताकि उनके व्यक्तित्व एवं संघर्ष के बारे में भावी पीढ़ी को जानने का अवसर मिल सके। ऐसे अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर नाट्य मंचन करना चाहिए, जिसमें बच्चे भाग लें और भगवान बिरसा मुंडा के जीवन संघर्ष से प्रेरणा लें।
जनजातीय संग्रहालय के लिए कैबिनेट से मिली है मंजूरी
बता दें कि जनपद में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए बीती 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल गत दो वर्ष से मीरजापुर और सोनभद्र में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए प्रयासरत हैं।