हमास के समर्थन में की जाने वाली सभा शांति सभा में बदल गई
नौमहला मस्जिद में आयोजित हुई सामूहिक प्रार्थना सभा
दिल्ली से आए वकील महमूद प्राचा भी हुए शामिल
बरेली- सामूहिक प्रार्थना के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा खां बाहर आकर बोले सबसे बड़ी तकलीफ की बात यह है कि अब हिंदुस्तान में भी दुआ पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधा। सामूहिक प्रार्थना को लेकर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा को प्रशासन ने इस्लामिया ग्राउंड की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद प्रशासन नें मौलाना तौक़ीर रज़ा के कार्यक्रम स्थल में बदलाव किया गया। नौमहला मस्जिद में इज़्तेमाई (सामूहिक) दुआ के लिए ही प्रशासन ने अनुमति दी। जिसके बाद सुबह से ही दरगाह आला हज़रत से इस्लामिया ग्राउंड और नौमहला मस्जिद तक पुलिस का पहरा देखने को मिला। लोगों ने पुलिस के पहरे में नमाज़ अदा की।
इससे पहले शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्वक मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की। उसके बाद नौमहला मस्जिद में नमाज़ी जमा हुए जिसमें नमाज़ के बाद फिलिस्तीन में मारे जा रहे बेगुनाह लोगों के साथ देश में अमन -चैन की दुआ की गई। नौमहला मस्जिद से बाहर आते ही इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा खां मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी तकलीफ की बात यह है कि हिंदुस्तान में अब दुआ पर भी पाबंदी लगा दी गई है। ऐसी दुआ जो हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया में शांति लाने के लिए की गई हो, उस पर पाबंदी लगाई गई। मौलाना ने सीधे तौर पर भाजपा पर निशाना साधा। मौलाना ने कहा कि अगर हमारी दुआ से किसी को तकलीफ है तो वह सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी ने ही हमारे कार्यक्रम स्थल में बदलाव कर सामूहिक प्रार्थना में जो लोग शरीक होना चाहते थे, उन पर पाबंदी लगाई।
उल्लेखनीय है कि मौलाना तौकीर रज़ा पहले भी मुस्लिम समुदाय को भड़काने के लिए इस तरह की हरकतें कर चुके हैं। उन्होंने कई बार आपत्तिजनक बयानबाज़ी कर सौहार्द्र बिगाड़ने की भी कोशिश की है। जहां कई अरबी देश भी हमास को आतंकी संगठन मान रहे हैं वहीं मौलाना तौकीर ने प्रार्थना सभा का आयोजन करके मुस्लिम समुदाय के लोगों को इकट्ठा कर हमास के समर्थन में दुआ करने के साथ साथ सरकार के विरोध में भड़काने का प्रयास भी किया। हालांकि प्रशासन ने उनका ये प्रयास विफल कर दिया, जिससे उनकी तकलीफ बढ़ गई।
इस दौरान मौलाना ने अरबी मुमालिक (देशों) को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि ऐसे मुल्क जिनके हुक्मरानों का ज़मीर मर चुका है, वो बेगुनाह लोगों को मरता हुआ देख रहे हैं। मौलाना ने कहा कि ऐसे मुल्कों के खिलाफ भी हम जल्द दिल्ली में मोर्चा खोलेंगे। मौलाना तौकीर रज़ा की सामूहिक प्रार्थना में दरगाह आला हजरत के मौलाना सुब्हान रजा सुब्हानी मियां और दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा भी पहुंचे।