नोएडा के सेक्टर-128 में स्थित एक सोसायटी में निवास कर रहे लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर से साइबर ठगों ने 2 लाख 28 हजार 360 रुपए की ठगी की। राधाकृष्ण माथुर को इसकी जानकारी उस समय हुई, जब उनके पास एक मैसेज आया। फिलहाल पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
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केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर ने नोएडा के सेक्टर-126 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका एसबीआई दिल्ली के निर्माण भवन स्थित शाखा में बैंक अकाउंट है। उनके अकाउंट में इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से तीन बार में 2 लाख 28,360 रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ। उनके खाते से पहले 1,34,999 रुपये, दूसरी बार में 33,564 रुपये तथा तीसरी बार में 59,800 रुपये निकाले गए। बैंक से आए ई-मेल और एसएमएस के जरिए उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बारे में पता चला।
आरोप है जिस दौरान उनके बैंक अकाउंट से रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ। उस दौरान उन्होंने इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग नहीं किया। बैंक से साइबर ठगों द्वारा धोखाधड़ी की जानकारी मिलते ही उन्होंने एसबीआई बैंक प्रबंधन को जानकारी देकर इंटरनेट बैंकिंग ब्लॉक करवाई। पूर्व उपराज्यपाल की शिकायत पर पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 66डी के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरु कर दी है।
2019 से 2023 तक रहे लद्दाख के उपराज्यपाल
देश के पूर्व रक्षा सचिव व लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर वर्ष 2019 से फरवरी 2023 के बीच लद्दाख के उपराज्यपाल रहे हैं। मामला सामने आने के बाद साइबर सेल फिलहाल धोखाधड़ी करने वालों की तलाश में जुट गई है। इस मामले में रकम की हेर-फेर करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ओर से भी एक टीम बनाई गई है। जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जानकारी कर रही है।