Lucknow News: लखनऊ के विभूतिखंड में मंत्री आवास के सामने स्पा की आड़ में देह व्यापार चल रहा था। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार और संरक्षण आयोग के आदेश पर पुलिस ने दो एनजीओ की मदद से छापा मारा। जहां मौके से तीन लड़कियों के साथ ही सात लोगों को पकड़ा गया है। इनमें से दो ग्राहक और बाकी स्पा के कर्मचारी बताए जा रहे हैं।
यह भी पढ़े: सोनभद्र में गरीब और आदिवासी परिवारों को लालच देकर ईसाई बनाने में 42 पर मुकदमा, नौ गिरफ्तार
राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने बताया कि दिल्ली के मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र कुमार सिंह ने सूचना दी थी कि विभूतिखंड में एलिगेंट स्पा एंड यूनीसेक्स सैलून में देह व्यापार चल रहा है। इस पर संयुक्त पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर फोर्स मांगी गई थी। इस आयोग की सदस्य ने बताया कि 1090 में बैठक कर स्पा में छापा मारने की रणनीति बनाई गई।
यह भी पढ़े: सोनभद्र में गरीब और आदिवासी परिवारों को लालच देकर ईसाई बनाने में 42 पर मुकदमा, नौ गिरफ्तार
इसके बाद 36 पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई। जिसमें से आधे सिविल ड्रेस में थे। शुक्रवार शाम चार बजे स्पा पर छापा मारा गया। वहां से आजमगढ़, सुल्तानपुर और गोरखपुर की एक-एक लड़की को गिरफ्तार किया गया है। उनके साथ में सात अन्य युवकों भी गिरफ्तार किए गए है। जिसमें से दो ग्राहक और बाकी अन्य सभी स्पा के कर्मचारी बताएं जा रहे हैं।
यह भी पढ़े: सोनभद्र में गरीब और आदिवासी परिवारों को लालच देकर ईसाई बनाने में 42 पर मुकदमा, नौ गिरफ्तार
एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि मामले में अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम 1956 की धाराओं में विभूतिखंड थाने में केस दर्ज किया गया है। ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट (हम) की संस्थापक निदेशक डॉ. संगीता शर्मा को लड़कियों ने बातचीत में बताया कि उन्हें रिसेप्शनिस्ट की जॉब के लिए नौकरी पर रखा गया था। जिसके बाद में देह व्यापार के धंधे में झोंक दिया गया।