ईवीएम से असंतुष्ट कांग्रेस खटखटाएगी न्यायालय का दरवाजा
जबलपुर- विधानसभा चुनाव के नतीजे को देखते हुए कांग्रेस में असंतोष की भावना जाग रही है और उसने स्पष्ट तौर पर ई.वी.एम. को दोषी माना है। शुक्रवार को जबलपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने चुनावी नतीजों को लेकर पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईवीएम मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पास अदालत का दरवाजा खटखटाने का रास्ता खुला हुआ है। चुनाव में पारदर्शिता के मुद्दे को लेकर संसद, कोर्ट, चुनाव और जनता के बीच जाने के लिए कांग्रेस के पास रास्ते खुले हुए हैं।
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कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने आरोप लगाया है कि चुनाव में जो प्रदर्शित होनी चाहिए थी वह नहीं दिखी। चुनाव के पहले ग्राउंड में बदलाव का माहौल था, लेकिन चुनावी नतीजे के बाद लोगों में आक्रोश नजर आ रहा है। विवेक तन्खा ने कहा कि चुनाव में पारदर्शिता का मुद्दा आईएनडीआईए गठबंधन का अहम विषय रहने वाला है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के अस्तित्व के लिए जरूरी है कि सब मिलकर लड़ाई लड़ें। प्रदेश में भाजपा को मिले भारी बहुमत के बाद मुख्यमंत्री के फैसले पर आखिरी निर्णय लिए जाने पर विवेक तन्खा ने कहा कि मुख्यमंत्री के चयन का फैसला भारतीय जनता पार्टी की आंतरिक राजनीति का हिस्सा है। चुनावी नतीजे के बाद एवं मुद्दे को लेकर चल रही अटकल बाजी के बीच कांग्रेस चुनाव में पारदर्शिता को भी आ मुद्दा बनाने जा रही है।
अपनी ईवीएम विरोधी मुहिम में कांग्रेस को सहयोगी दलों का साथ भी नहीं मिल रहा है। जैसा कि चार राज्यों में से तेलंगाना में कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाने में सफल हुई है वहीं मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान उसके हाथ से फिसल गए हैं। मध्यप्रदेश में तो पहले से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी जबकि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उसे करारी हार का मुंह देखना पड़ा है। न्यायलय से भी कांग्रेस को बहुत कुछ मिलने की उम्मीद नहीं हैं क्योंकि सीधा तर्क है, यदि ईवीएम खराब है या उसकी टेम्परिंग की जा सकती है तो वो तेलंगाना में क्यों नहीं की गई।
Dissatisfied with EVMs, Congress will approach the court