Lucknow News: उत्तर प्रदेश में शून्य से लेकर पांच साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव के लिए पल्स पोलियो अभियान की शुरुवात की गई। इस संबंध में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अजय गुप्ता ने बताया कि यह अभियान प्रदेश के 50 जनपदों में चलेगा। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में 2.25 करोड़ बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाई जाएगी। अभियान के दौरान 48,000 टीमों एवं 15,000 पर्यवेक्षकों के द्वारा घर–घर जाकर शून्य से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाई जाएगी। इसके साथ ही 4300 ट्रांजिट टीमें और 1300 मोबाइल टीम बस और टैंपो स्टैन्डो, रेलवे स्टेशनों, ईंट भट्टों सहित दूरस्थ क्षेत्रों में काम करेंगी।
डा. अजय गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश पिछले 13 वर्षों से पोलियो मुक्त है। आखिरी केस 21 अप्रैल 2010 को फिरोजाबाद में मिला था। उन्होंने बताया कि पोलियो वायरसजनित बीमारी है, इसलिए इसके संक्रमण को फैलाने में घुमंतू, मलिन बस्ती,ईंट भट्टे,फैक्ट्री,निर्माणाधीन स्थलों में रहने वाले परिवारों की अहम भूमिका होती है। इसी क्रम में पूरे प्रदेश में 26,443 घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में 6,85,424 परिवारों को चिन्हित किया गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नेपाल बॉर्डर पर 30 टीकाकरण पोस्ट स्थापित किए गये हैं।
उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में पोलियो संक्रमित देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया, सीरिया, कैमरून, कीनिया और इथोपिया से आने-जाने वाले सभी यात्रियों को पोलियो वैक्सीन से आच्छादित किया जाता है। फरवरी 2014 से नवंबर 2023 तक 1,59,919 यात्रियों को पोलियो की वैक्सीन से आच्छादित किया जा चुका है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि अभिभावक अपने पांच साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव हेतु पोलियो ड्रॉप जरूर पिलाएं।
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