औरैया की रहने वाली निकहत ने घर वापसी करते हुए हिंदू धर्म अपना लिया है। निकहत ने अपने पति जमाल को तलाक देकर हिमांशु नाम के युवक से मंदिर में शादी रचाई। इस दौरान निकहत का बच्चा भी उसके साथ मौजूद रहा। निकहत और हिमांशु दोनों ने दुर्गा मंदिर में हिंदू-रीति रिवाज से सात फेरे लिए और एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। शादी के बाद हिमांशु के दोस्तों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। निकहत ने अपना नाम बदलकर ‘नेहा’ रख लिया है, वहीं उसके बच्चे का नाम अब रेहान से रोहन हो गया है।
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कन्नौज के छिबरामऊ के कालियान गांव में रहने वाले 23 साल के हिमांशु का पास के सैयदबाड़ा मोहल्ले में आना-जाना लगा रहता था। सैयदबाड़ा इलाके में ही निकहत का घर था। निकहत शादीशुदा थी और उसके पति का नाम जमाल मुस्तफा था। हिमांशु ने निकहत को जब पहली बार देखा, तो उसे प्यार हो गया। हिमांशु ने अपनी जान-पहचान बढ़ाई। जल्द ही मोबाइल पर दोनों की बातें होने लगी। उनकी दोस्ती कब प्यार में बदली, दोनों को पता ही नहीं चला।
हिमांशु ने अपने रिश्ते को नाम देने का फैसला किया। इसके लिए हिमांशु ने सबसे पहले अपने घरवालों को निकहत के बारे में बताया, लेकिन उन्होंने रिश्ते से साफ इनकार कर दिया। निकहत भी हर हाल में हिमांशु से शादी करना चाहती थी, इसलिए उसने अपने पति जमाल को तलाक दे दिया। हिमांशु ने इस बारे में अपने दोस्तों से चर्चा की। उसके एक दोस्त ने उसे औरैया बुलाया।
बीते शुक्रवार को निकहत अपने पांच साल के बेटे रिहान को लेकर हिमांशु के साथ बिधूना तहसील पहुंची, जहां दोनों ने खुद के बालिग होने का शपथ-पत्र बनवाया, और फिर उसी रात दुर्गा मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद निकहत उर्फ ‘नेहा’ ने कहा कि पति से तलाक लेकर उसने अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाया है। उसने कहा कि बिना किसी दबाव के हिमांशु से शादी की है।