लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी आज
संसद हमले की बरसी पर शहीदों को याद कर नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी ने लगभग दो दशक पहले देश के संसद भवन परिसर में हुए आतंकी हमले के दौरान वीरगति को प्राप्त सुरक्षा कर्मचारियों को आज (बुधवार) नमन किया। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को आतंकवादियों ने 13 दिसंबर, 2001 को निशाना बनाया था। इस हमले में संसद भवन के गार्ड, दिल्ली पुलिस के जवान समेत कुल नौ सुरक्षा कर्मचारियों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
हुआ यूं था कि ठीक बाईस साल पहले 13 दिसंबर को एक सफेद एंबेसडर से संसद परिसर में घुसे पांच आतंकवादियों ने 45 मिनट में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को गोलियों से छलनी करके पूरे भारत को झकझोर दिया था। आखिरकार कई घंटे चली मुठभेड़ में पांचों आतंकी मारे गए। भारतीय जनता पार्टी ने आज सुबह अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर देश के इन जांबाज जवानों के शौर्य और बलिदान को याद करते हुए सचित्र पोस्ट अपलोड की है। गत दिवस के इस चित्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन वीरों को सिर झुकाकर नमन करते दिख रहे हैं।
भाजपा ने लिखा है-‘ लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले मां भारती के अमर सपूतों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि।’ संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी के मौके पर पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत केंद्रीय और विपक्षी नेताओं ने संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने शहीदों के परिजनों से भी मुलाकात की।
यह भी पढ़ें- हमास-इजरायल युद्ध: गाजा में ढेर हुआ हमास का खूंखार आतंकी इमाद क्रिके
उल्लेखनीय है कि आज के दिन लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद भवन पर आंतकियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग कर हमले की घटना को अंजाम दिया गया था, 13 दिसंबर 2001 को हमारे पराक्रमी जवानों ने आतंक का मुंहतोड़ जवाब देते हुए देश की संसद पर हुए कायरतापूर्ण हमले को विफल कर दिया था। उनके साहस, शौर्य और समर्पण का ये देश सदैव ऋणी रहेगा। मातृभूमि की सेवा में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी जवानों को लाइव यूपी टुडे की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
BJP.Parliament attack.Memory.martyred soldiers